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Stock Market में MACD इंडिकेटर का उपयोग कैसे करे ? MACD Indicator In Hindi.

दोस्तों, आज हम यहां पर मिलकर, स्टॉक मार्केट टेक्निकल एनालिसिस के महत्वपूर्ण इंडिकेटर MACD के बारे में जानकारी लेंगे। इसके साथ ही शेयर ट्रेडिंग में और फ्यूचर्स और ऑप्शन ट्रेडिंग में, "MACD इंडिकेटर का उपयोग कैसे करे ?" यह जानने की कोशिश करेंगे। तो आइए शुरू करते हैं। 

Stock Market Technical Analysis MACD Indicator.
Image 1 Stock Market Technical Analysis MACD Indicator.


जिन स्टॉक्स में और फ्यूचर्स में ऑप्शंस में बड़े-बड़े मूवमेंट्स होते हैं याने की, बढ़िया वॉल्यूम के साथ ट्रेडिंग होती हैं, उनमें ट्रेडिंग करने के लिए मैक डी इंडिकेटर बहुत ही सटीक इंफॉर्मेशन देता है।

     


    MACD Indicator फुल फॉर्म 

    "मूविंग एवरेज कन्वर्जेन्स डाइवर्जेन्स"


    MACD Indicator क्या हैं ?

    MACD यह स्टॉक मार्केट टेक्निकल एनालिसिस का इंडिकेटर हैं। इसके जरिए स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग और निवेश के अवसरोंको तलाशा जाता हैं जाता हैं। 

    MACD का उच्चारण एम ए सी डी ऐसा किया जाता हैं। और इसे मैक डी भी कहा जाता हैं। 

    इसके नाम से ही यह स्पष्ट हो जाता हैं कि, इसमें मूविंग एवरेज है। और और यह भी की, इसमें मूविंग एवरेज के साथ कन्वर्जेन्स और डाइवर्जेन्स को शामिल किया गया है। आसान हैं ? 

                यह स्टॉक मार्केट का ट्रेंड फॉलोविंग इंडिकेटर हैं। याने की स्टॉक मार्केट में जिस तरह का ट्रेंड चल रहा है उस तरह के ट्रेंड को यह इंडिकेटर फॉलो करते हुए दिखाई देता है। जब कोई स्टॉक बहुत ही ट्रेंडिंग में होता हैं तब इस इंडिकेटर का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान साबित होता है। इसके बारे में जानकारी हम आगे पढ़ेंगे। 

    स्टॉक मार्केट में चार्ट के नीचे यह इंडिकेटर इस तरह से दिखाई देता हैं। 

    Stock Market In Hindi. Technical Analysis Indicator MACD In Hindi.
    Image 2 Technical Analysis Indicator MACD In Hindi.


    इमेज 2 में हमने मैक डी इंडिकेटर देखा। इसके चार प्रमुख घटक होते हैं। इनके बारे में अच्छे से समझ लेना हमारे लिए उपयुक्त साबित हो सकता है। इन्हे हम इमेज 3 में देखते हैं। 

    stock market indicator MACD in Hindi.
    Image 3 Moving Average Convergence Divergence in Hindi.


    1 ) MACD लाइन 

    2 ) सिग्नल लाइन 

    3 ) सेन्ट्रल लाइन 

    4 ) MACD हिस्टोग्राम 

    विशेष बात 

    यह बात हिस्टोग्राम के बारे में है। कुछ चार्टिंग सॉफ्टवेयर्स के हिस्टोग्राम में, हरे रंग के और लाल रंग के बार दिखाई देते हैं। हमें इनके कलर से कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमें बस इसके डाइवर्जेन्स पर ध्यान देना है। 

                यहां तक हम यह समझ गए हैं कि, यह इंडिकेटर क्या है, यह कैसे दिखता है और इसके कौन-कौन से घटक है ? अब हम यहां पर इमेज 4 में इसे चार्ट के साथ देखते हैं। और फिर आगे बढ़कर इस इंडिकेटर का उपयोग कैसे करना हैं ? यह जानकारी लेते हैं। 

    ICICI Bank 5 Minute Chart with MACD Indicator.
    Image 4 ICICI Bank 5 Minute Chart with MACD Indicator.


    EMA का कैलकुलेशन 

    यहां पर हम एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज के कैलकुलेशन पर एक नजर डालते हैं और फिर आगे बढ़ते हैं। अगर आपको यह पढ़ना है तो पढ़ सकते हैं। यह चार्टिंग सॉफ्टवेयर में डिफॉल्ट सेटिंग 12, 26, 9 पर सेट होती ही हैं। इसलिए इस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है। हमें, बस इसके डिफॉल्ट सेटिंग को चेंज नहीं करना है। 

    1 ) MACD लाइन = 12 Day EMA - 26 Day EMA

    2 ) सिग्नल लाइन = 9 Day EMA Of MACD Line 

    3 ) सेन्ट्रल लाइन = 0 

    4 ) मैक डी हिस्टोग्राम =MACD Line - Signal Line


    मैक डी इंडिकेटर के लिए टाइम फ्रेम 

    मैक डी इंडिकेटर के साथ अगर हम इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो हमें 5 मिनट और 10 मिनिट टाइम फ्रेम का चार्ट उपयोग में लाना चाहिए। अगर हम दो-चार दिनों की पोजीशनल ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो हमें 15 मिनट, 30 मिनिट और 1 अवर टाइम फ्रेम का चार्ट उपयोग करना चाहिए।

                और अगर हम महीने भर के लिए या इससे ज्यादा समय के लिए पोजीशन होल्ड करना चाहते हैं तो हमें 2 अवर, 4 अवर और 1 डे टाइम फ्रेम के चार्ट उपयोग करना चाहिए। 


    MACD इंडिकेटर का उपयोग कैसे करे ? 

    MACD इंडिकेटर में दो प्रमुख लाइन्स होती है। एक MACD लाइन और दूसरी सिग्नल लाइन। यह दो लाइन्स सेन्ट्रल लाइन के ऊपर-नीचे घूमते हुए स्टॉक मार्केट में बायिंग और सेलिंग के सिग्नल देती है। 

                "MACD का उपयोग करने के लिए क्रॉसओवर और डाइवर्जेन्स को देखा जाता हैं।" ठीक हैं ?

    MACD Indicator क्रॉसओवर

                बायिंग और सेलिंग के सिग्नल्स को समझने के लिए क्रॉसओवर को देखा जाता है। क्रॉसओवर दो प्रकार के होते हैं, एक पॉज़ीटिव याने की बुलिश क्रॉसओवर और दूसरा निगेटिव याने की बेयरिश क्रॉसओवर। आसान हैं ?

    1 ) पॉज़ीटिव याने की बुलिश क्रॉसओवर

    इस इंडिकेटर के अनुसार स्टॉक्स में खरीददारी का ट्रेड लेने के लिए पॉजिटिव क्रॉसओवर होना आवश्यक होता है। जब MACD लाइन यह सिग्नल लाइन के ऊपर जाती हैं तब पॉजिटिव क्रॉसओवर होता है। ऐसे में हमें खरीददारी का ट्रेड करना चाहिए। और रिसेंट लो प्राइस के नीचे स्टॉप लॉस तय करना चाहिए। 

    2 ) निगेटिव याने की बेयरिश क्रॉसओवर

    इस इंडिकेटर के अनुसार स्टॉक्स में शॉर्ट सेलिंग का ट्रेड लेने के लिए निगेटिव क्रॉसओवर होना आवश्यक होता है। जब MACD लाइन यह सिग्नल लाइन के निचे जाने लगती हैं तब निगेटिव क्रॉसओवर होता है। ऐसे में हमें शॉर्ट सेलिंग का ट्रेड करना चाहिए। और रिसेंट टॉप के ऊपर स्टॉप लॉस तय करना चाहिए। 


    क्रॉसओवर कंफर्मेशन

    सेंटर लाइन का कंफर्मेशन

    MACD की लाइन सिग्नल लाइन के ऊपर जाने लगती हैं तब बुलिश क्रॉसओवर होता है और जब यही लाइन, सिग्नल लाइन के नीचे जाने लगती है तब बेयरिश क्रॉसओवर होता है। अब यह हम समझ गए हैं। 

                यहां से ट्रेंड की शुरुआत होती हैं और जब यह दोनों लाइन्स, बुलिश क्रॉसओवर के बाद सेंट्रल लाइन के ऊपर जाती है तब बुलिश ट्रेंड कंफर्म होता है। और जब MACD की लाइन सिग्नल लाइन के नीचे जाने लगती है तब बेयरिश क्रॉसओवर होता है और दोनों लाइन्स जब सेंट्रल लाइन के नीचे जाने लगती है तब बेयरिश ट्रेंड कंफर्म होता है। 

    विशेष बात 

    इस बात को ध्यान में लेना हैं की, इस तरह के कन्फर्मेशन के बाद ही ट्रेड में एंटर करना चाहिए। कभी-कभी क्रॉसओवर के बाद ही बढ़िया मूवमेंट बन जाता है। ऐसे में हो सकता हैं कि, हमारे हाथ से यह अवसर छूट जाए लेकिन अपने अनुभव से मैं यह बता रहा हूं कि, कंफर्मेशन होने के बाद ट्रेड में एंटर करने में ही समझदारी होती है। इससे स्टॉप लॉस हिट होने की संभावना कम होती है और ट्रेंड के साथ हम बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं। 


    MACD का Whipsaw 

    इस इंडिकेटर का उपयोग करके ट्रेडिंग और निवेश के लिए अवसर तलाशने के दरमियां हमें कभी-कभी "कंसोलिडेशन की स्थिति" का सामना करना होता है। कंसोलिडेशन की वजह से यह इंडिकेटर फेंक सिग्नल दर्शाता है। ऐसी स्थिति को Whipsaw (विप्साॅ) कहते हैं। इससे बचने का बेहतर तरीका यही हैं कि, हमें सेंट्रल लाइन की कंफर्मेशन के बाद स्मॉल स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड करना चाहिए। सही है ? 


    MACD Indicator डाइवर्जेन्स

    डाइवर्जेन्स को हम आसानी से इस तरह से समझ सकते हैं कि, जब शेयर का चार्ट ऊपर की या निचे की तरफ जा रहा होता है और MACD की लाइन, सिग्नल लाइन या हिस्टोग्राम चल रहे ट्रेंड के विपरीत दिशा में जा रहा होता हैं तो ऐसी स्थिति को डायवर्जेंस कहते हैं। 

                यह MACD की लाइन और सिग्नल लाइन के साथ हो सकता है। लेकिन हिस्टोग्राम के साथ हो रहे डाइवर्जंस पर बारीकी से नजर रखना महत्वपूर्ण होता है। इससे ट्रेंड में आ रहे बदलाव का संकेत प्राप्त होता है। 


    अधिक जानकारी 

    Donchian Channels टेक्निकल एनालिसिस इंडिकेटर इन हिंदी। 

    स्टॉक मार्केट इंडिकेटर Know Sure Thing (KST) हिंदी में।

    स्टॉक मार्केट का केल्टनर इंडिकेटर कैसे काम करता है ?


    मैक डी इंडिकेटर के बारे में हमने यह जाना 

    यहां पर मिलकर हमने यह जाना कि, मैक डी यह इंडिकेटर स्टॉक मार्केट का महत्वपूर्ण इंडिकेटर है। यह इंडिकेटर चार्ट के नीचे उपलब्ध होता है। इसमें सेंटर में एक लाइन होती है और बाकी 2 लाइन्स होती है वह ऊपर की तरफ और नीचे की तरफ घूमती रहती हैं। इन दो लाइन्स के बीच के डिफरेंस को हिस्टोग्राम कहते हैं। इसे खड़ी बार के रूप में दिखाया जाता हैं। 

                इस इंडिकेटर का उपयोग करने के लिए क्रॉसओवर और डाइवर्जेस को देखा जाता है। "MACD के उपयोग से हम इंट्राडे ट्रेडिंग में छोटे स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड ले सकते हैं।" कंसोलिडेशन की वजह से कभी-कभी यह इंडिकेटर फेक सिग्नल दिखाता हैं। इस वजह से हमारा स्टॉप लॉस हिट हो सकता है। 

                लेकिन जिन स्टॉक्स में ऊपर और नीचे की तरफ के बड़े मूवमेंट होते हैं ऐसे स्टॉक में यह इंडिकेटर ज्यादा बेहतर सिग्नल प्रदान करता है। इसका उपयोग करके हम अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी और बेहतर कर सकते हैं। और स्टॉक मार्केट से पैसे कमा सकते हैं। 

    MACD Indicator FAQ's

    1 ) MACD इंडिकेटर किस आधार पर बनाया गया है ?

    MACD इंडिकेटर मूविंग एवरेज के आधार पर बनाया गया है।

    2 ) MACD इंडिकेटर में हिस्टोग्राम का मतलब क्या होता है ?

    हिस्टोग्राम यह MACD लाइन और सिग्नल लाइन के बिच का अंतर होता है। इसे ज़ीरो लाइन के ऊपर-निचे बार के रूप में दर्शाया जाता है।

    3 ) MACD इंडिकेटर में 12,26,9 सेटिंग का क्या मतलब होता है ?

    MACD इंडिकेटर में 12,26,9 इतने दिनों का मूविंग एवरेज का कैलकुलेशन लिया जाता है। यह MACD की डिफ़ॉल्ट सेटिंग होती है।

    4 ) क्या MACD इंडिकेटर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए उपयोगी है ?

    जी हाँ, यह टेक्निकल एनालिसिस इंडिकेटर है। इसके जरिए स्टॉक मार्केट में ट्रेंड के बदलाव की जानकारी मिलती है।

    5 ) MACD इंडिकेटर का उपयोग कैसे करें ?

    MACD इंडिकेटर में बुलिश और बेयरिश क्रॉसओवर बनते हैं। और कन्फर्मेशन के लिए सेंटर लाइन क्रॉसओवर होना आवश्यक होता है। इसके अनुसार बायिंग और सेलिंग के ट्रेड ले सकते हैं।


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