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Stock Market में NO Trade Zone क्या होता हैं ? नो ट्रेड जोन में क्या करें ?

दोस्तों, आज हम यहाँ पर मिलकर, Stock Market में NO Trade Zone क्या होता हैं ? यह समज़ते हैं। तो आइए शुरू करते हैं। 

Stock Market In Hindi. No Trade Zone.
Stock Market No Trade Zone. Wait and Watch.


इसपर गौर करें की, नो ट्रेड जोन थोड़े वक्त के लिए बनता हैं। ब्रेक आउट या ब्रेक डाउन होकर, वह पर्टिकुलर ट्रेंड कन्फर्म होने के बाद ट्रेड में एंटर करना सही रहता हैं।

     

    NO Trade Zone क्या होता हैं ? 

    "ट्रेडिंग करने के लिए, वाजिब रिस्क रिवार्ड रेश्यो नहीं बन पा रहा हो तो कुछ वक्त के लिए ट्रेडिंग करना टाल दिया जाता हैं। इस सिचुएशन को नो ट्रेड जोन कहते हैं।" 

                जब स्टॉक मार्केट में बायिंग और शॉर्ट सेलिंग ट्रेड्स के स्टॉप लॉस लगातार हिट होते जाते हैं तब स्टॉक मार्केट नो ट्रेड जोन में हैं ऐसा कहते है। इस तरह से होने वाले लॉस से बचने के लिए, चार्ट पैटर्न पर नजर डालकर हम नो ट्रेडिंग जोन का अंदाजा लगा सकते हैं।

                नो ट्रेड जोन यह एक स्थिति होती हैं जिसमे, शेयर की कीमत अपनी ही ऊपर की और निचे की विशिष्ट रेंज में फँस जाती हैं। ट्रेडिंग में ऐसी स्थिति कुछ घंटों के लिए बन सकती हैं। निवेश करने के लिए यह कुछ दिनों या महीनों के लिए भी बन सकती हैं। तब यह नो इन्वेस्टमेंट ज़ोन कहलाता हैं। यह नो इन्वेस्टमेंट ज़ोन ऊपर की तरफ ब्रेक आउट होने के बाद निवेश करना चाहिए। ठीक हैं ? 

                ट्रेडिंग करने के लिए दिशा का पता लगाना आवश्यक होता हैं। नो ट्रेड जोन में, शेयर की कीमत सपोर्ट और रेजिस्टेंस के बिच में ऊपर-निचे होती रहती हैं। ऐसे में दिशा का पता लगाना मुश्किल होने लगता हैं। इसलिए चार्ट के मल्टीपल टाइम फ्रेम पर, ऊपर का सपोर्ट या निचे का रेजिस्टेंस लेवल ब्रेक होने तक ट्रेड लेने से बचना चाहिए। 

    विशेष बात 

    अगर स्टॉक मार्केट में बड़ा मूवमेंट बन रहा हैं। और किसी इंडीविजुअल ट्रेडर को, अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी और पूर्वतैयारी के दम पर, स्टॉक मार्केट में क्या चल रहा हैं ? यह पता ना लग पाए तो, उस ट्रेडर के लिए यह बड़ा मूवमेंट भी नो ट्रेडिंग ज़ोन माना जाएगा। इस बात पर हम सभी सहमत हो सकते हैं। 


    नो ट्रेड जोन क्यों बनते हैं ? 

    ऊपरी विशेष बात के अलावा और किन किन कारणों की वजह से नो ट्रेड जोन बनते हैं यह समझ लेते हैं। 

    बायर्स और सेलर्स

    कभी-कभी किसी पर्टिकुलर ट्रेडिंग सेशन में, बायर्स और सेलर्स के बीच में रस्सी खेंच गेम की तरह खींचातानी होती है। इसमें सपोर्ट के पास तगड़ी बायिंग आती हैं तो हमें लगता हैं की इंट्राडे में बुलिश ट्रेंड बन रहा हैं। लेकिन रेजिस्टेंस के पास तगड़ी सेलिंग आती हैं। इसके लिए कोई खास वजह हो ना हो लेकिन ऐसा देखने को मिलता है तो हमें किसी भी तरफ से रस्सी खींचने के लिए ट्रेड नहीं करना है। बस साइड में रहकर तमाशा देखना हैं। 

                ऐसे बेवजह के रस्सी खींच गेम में, किसी एक साइड की जीत होने के बाद ट्रेड कंफर्म होने तक इंतजार करना चाहिए। और फिर अपने टेक्निकल एनालिसिस के साथ ट्रेडिंग करनी चाहिए। 

    अनिर्णायक मूवमेंट 

    इस बात पर गौर किजिएगा की, स्टॉक मार्केट में शेयर की कीमत कभी-कभी अनिर्णायक स्थिति में पहुंच जाती हैं। स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में हम अक्सर शेयर की सही कीमत के बारे में अंदाजा लगाते हैं। अगर हमारा अंदाजा सही आता है तो नतीजे में हमें मुनाफा मिलता हैं। और अगर शेयर की सही कीमत पता लगाने में हम ना कामयाब होते हैं तो नतीजे में हमें नुकसान होता हैं। सही है ? 

                यहां पर सही कीमत लगाना यानी के उस ट्रेडिंग सेशन में शेयर की कीमत क्या होनी चाहिए इसके बारे में अंदाजा लगाना। आसान भाषा में कहा जाए तो यह हमारा टारगेट होता हैं। यानी कि हम यह समझते हैं कि इस शेयर की कीमत सही कीमत यह होनी चाहिए लेकिन अभी जो कीमत चल रही है वह काफी ज्यादा है या काफी कम है। 

                अगर शेयर की कीमत काफी कम है और हमें लगता हैं कि, शेयर की कीमत बढ़ेगी। तब हम बायिंग का सौदा लेते हैं। जब हमें लगता हैं कि, शेयर की कीमत बहुत ही ज्यादा हो गई है यह इतनी तो होनी नहीं चाहिए यहां से कीमत सही हो सकती है, करेक्शन आ सकता है। तो हम शार्ट सेलिंग का ट्रेड लेते हैं। लेकिन शेयर की कीमत जब अनिर्णायक स्थिति में जाती है तब यह स्थिति हमारे लिए नो ट्रेडिंग ज़ोन होती है। ऐसे में हमें उस पर्टिकुलर शेयर में ट्रेडिंग अवॉइड करनी चाहिए। 

    फियर अँड ग्रीड

    दोस्तों कई बार स्टॉक मार्केट में फीयर अँड ग्रीड अपना असर दिखाते हैं। लेकिन कभी-कभी इसके विपरीत मूवमेंट चल रहा होता हैं। अगर स्टॉक मार्केट में फियर के माहौल में शेयर की कीमत बढ़ रही हो तो हमें ट्रेड नहीं लेना है। और अगर सब कुछ बढ़िया है, अच्छी न्यूज़ हैं फिर भी अगर शेयर की कीमत नीचे जा रही हो तो हमें बायिंग का ट्रेड लेने से बचना चाहिए। क्योंकि यह कन्फ्यूजन पैदा करने वाली स्थिति होती हैं। 

                इस बात पर कई सारे गुनी ट्रेडर्स यह कह सकते हैं कि, हमें मार्केट के साथ चलना चाहिए और उस दिशा में ट्रेड लेना चाहिए जिस तरह मार्केट चल रहा है। लेकिन ऐसी स्थिति में स्टॉक मार्केट अपने आपको करेक्ट कर सकता है। इससे हमारा स्टॉपलॉस हिट होने की संभावना बहुत ही ज्यादा होती है। और ऐसे दिनों में ट्रेडिंग करके टारगेट हासिल होने की संभावना बहुत कम होती है। 

                इसीलिए जब स्टॉक मार्केट फियर या ग्रीड को फॉलो नहीं कर रहा हो तो यह भी नो ट्रेडिंग जोन कहलाता है। ऐसे में जल्दबाजी न करते हुए हमें संयम बरतना चाहिए। 

    अप कमिंग इवेंट

    स्टॉक मार्केट में कोई न्यूज़ आने वाली हो या कोई इवेंट जो कि आने वाला हो उस दिन अगर मार्केट ऊपर ऊपर ओपन होता है और तेज गति से नीचे जाता है। सपोर्ट लेवल तक जाकर वहां से बाउंसबैक होता है। और रेजिस्टेंस लेवल तक आता है। और वहां से फिर से नीचे जाता है और सपोर्ट और रेजिस्टेंस के बीच में ट्रेड करने लगता है। तो यह इवेंट बेस्ड नो ट्रेडिंग जोन कहलाता है। 

    उदाहरण

    किसी कंपनी के रिजल्ट अनाउंस होने वाले हो उस दिन उस कंपनी के शेयर में भारी उठापटक देखने को मिलती हैं। शेयर की कीमत कुछ ही देर में तेज गिरावट और बढ़त दर्शाती हैं। ऐसे में ट्रेड लेना रिस्की हो सकता है। 

                इसलिए उस कंपनी के रिजल्ट अनाउंस होने तक उस कंपनी के शेयर में नो ट्रेडिंग जोन बना हैं ऐसा माना जाता है। रिजल्ट अनाउंस होने के बाद शेयर में जो दिशा बनती है उस दिशा में ट्रेडिंग करना होता है। 


    नो ट्रेड जोन को कैसे पहचाने ?

    इमेज 1 

    यहां पर हमने, 24 नवंबर 2022 का बैंक निफ़्टी का 5 मिनट का चार्ट लिया है। इस पर हम नो ट्रेडिंग जोन के बारे में जानकारी लेते हैं। सुबह ऊपर की तरफ को ओपन होकर बढ़िया तेजी दिखाने के बाद इस ट्रेडिंग सेशन में नो ट्रेडिंग जोन बना है। 

    No Trade Zone on Bank Nifty 5 Min. Chart
    Image 1 Stock Market No Trade Zone in Hindi.


                इसमें नीचे की तरफ और ऊपर की तरफ सपोर्ट और रेजिस्टेंस का एक दायरा बना हैं। और दोपहर 3:00 pm बजे तक बैंक निफ्टी ने इस दायरे को डिसाइसिवली ब्रेक नहीं किया है। और 3:00 pm बजे ऊपर की तरफ ब्रेकआउट मिला। वहां से क्लोजिंग तक एक बढ़िया तेजी का मूवमेंट बनता हुआ दिखाई दिया। 


    इमेज 2

    यहां पर हमने, 01-12- 2022 का बैंक निफ़्टी का 5 मिनट का चार्ट लिया है। इस पर हम नो ट्रेडिंग जोन के बारे में जानकारी लेते हैं। सुबह ऊपर की तरफ को ओपन होने के बाद थोड़ा निचे आकर इस ट्रेडिंग सेशन में नो ट्रेडिंग जोन बना है। 

    No Trade Zone on Bank Nifty 5 Min. Chart in Hindi.
    Image 2 Stock Market No Trade Zone in Hindi.


                इमेज 2 में, नीचे की तरफ और ऊपर की तरफ सपोर्ट और रेजिस्टेंस का एक दायरा बना हैं। और दोपहर 1:20 pm बजे तक बैंक निफ्टी ने इस दायरे को डिसाइसिवली ब्रेक नहीं किया है। और 1:20 pm बजे निचे की तरफ ब्रेकडाउन हुआ। वहां से 1:55 pm बजे तक बढ़िया गिरावट का मूवमेंट बनता हुआ दिखाई दिया। 


    नो ट्रेड जोन में क्या करें ?

    यह बात तो साफ़ है की, ऐसी स्थिति में ट्रेड नहीं किया जाता। तो फिर क्या करना चाहिए ? यह देखते हैं। 

    Avoid trading and keep quite. याने की हमें ट्रेडिंग रोककर शांत बैठना हैं। 

    Wait and Watch याने की ब्रेक आउट या ब्रेक डाउन का इन्तजार करना हैं। 

    Stay Out of the Stock Market याने की अगर नो ट्रेड जोन कंटीन्यू रहता है तो उस दिन स्टॉक मार्केट से बाहर रहने में ही समजदारी होती हैं। 

                हम सभी, सड़क पर ड्राइविंग करने के लिए निकलते हैं तो ट्रैफिक रूल्स को फॉलो करते हैं। नो एंट्री में गाड़ी चलाएंगे तो चालान कटता हैं। इसी तरह स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए निकलते हैं तो ट्रेडिंग रूल्स को फॉलो करना जरुरी हैं। नो ट्रेड जोन में ट्रेडिंग करेंगे तो लॉस का चालान कटना लाजमी हैं। 

    अधिक जानकारी

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    स्टॉक मार्केट इंडिकेटर Know Sure Thing (KST) हिंदी में।


    NO Trade Zone के बारे में हमने यह जाना 

    यहाँ पर मिलकर हमने नो ट्रेड जोन के बारे में पर्याप्त जानकारी ली हैं। इसमें, NO Trade Zone क्या होता हैं ? यह क्यों बनता हैं ? इस जोन को कैसे पहचाना जा सकता हैं ? और नो ट्रेड जोन में हमें क्या करना चाहिए ? यह जाना। 

                स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के बारे में जानकारी हासिल करके हम प्रॉफिट बना सकते हैं। और नो ट्रेड जोन के बारे में जानकारी हासिल करके हम लॉस कम से कम रखने में सक्षम होते हैं। जाहिर-सी बात हैं की, यह महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इससे हमारा ट्रेडिंग परफॉर्मन्स बढ़िया होता हैं। 


    No Trade Zone FAQ's

    1 ) स्टॉक मार्केट में नो ट्रेड जोन बनना कब शुरू होता है ?

    स्टॉक मार्केट में किसी शेयर में सपोर्ट और रेजिस्टेंस नजदीक बन रहे हो तो नो ट्रेड जोन बनना शुरू होता है।

    2 ) स्टॉक मार्केट के नो ट्रेड जोन में क्या करना चाहिए ?

    स्टॉक मार्केट के नो ट्रेड जोन में हमें ट्रेड लेने से बचना चाहिए। सेव मनी अर्न मनी।

    3 ) स्टॉक मार्केट में नो ट्रेड जोन को कैसे पहचाने ?

    स्टॉक मार्केट में चार्ट का टेक्निकल एनालिसिस करके नो ट्रेड जोन को पहचाना जा सकता है।

    4 ) इंट्राडे ट्रेडिंग से सम्बंधित नो ट्रेड ज़ोन कब तक रह सकता है ?

    इंट्राडे ट्रेडिंग से सम्बंधित नो ट्रेड ज़ोन एक दिन से पांच दिनों तक रह सकता है।

    5 ) नो ट्रेड ज़ोन ब्रेक हो गया है यह कैसे पहचाने ?

    जब चार्ट पर नो ट्रेड ज़ोन से ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन होता है तब नो ट्रेड ज़ोन ब्रेक हो जाता है।


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