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Bank Nifty Do's and Don'ts. बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग में क्या करें ? और क्या नहीं ?

दोस्तों, आज हम यहाँ पर, "Bank Nifty Do's and Don'ts" की लिस्ट बनाएँगे। और तय करेंगे की, "बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग में क्या करें ? और क्या नहीं ?" क्या आपको यह महत्वपूर्ण लगता हैं ? अगर हाँ, तो आइए मिलकर शुरू करते हैं। 
Stock Market In Hindi. Bank Nifty Option Trading In Hindi.
Bank Nifty Option Trading Do's and Don'ts In Hindi.


हो सकता है कि मैं गलत साबित हो जाऊं जैसा कि कई मामलों में होता ही हूँ। लेकिन शुरुआत एक कहानी से करेंगे। यह मेरे दोस्त के भाई "मिस्टर एस कुमार" ने मुझे सुनाई है। इस कहानी की सीख Nifty Bank Bees में ट्रेडिंग और निवेश करने में भी काम आती हैं।
     

    कहानी का नाम कुछ इस तरह से हैं, "जंगल की सबसे अच्छी जलाऊ लकड़ी।" हम सब इसकी जगह पर अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को रखकर यह पढ़ेंगे। तो यह कहानी होगी, "स्टॉक मार्केट की सबसे अच्छी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी।" 
                ठंडे इलाके के एक छोटे से गांव में एक लकड़हारा रहता था। वह दिनभर जंगल में जाकर लकड़ियां इकट्ठा करता था और उसे बड़े शहर में बेचता था। वह उस लकड़ी के बहुत ही कम दाम लेता था। 
                एक बार एक सयाने आदमी ने, (इन्होने पहले भी इस लकड़हारे से लकड़ियाँ खरीदी थी।) बाजार में उसे बाजू में लेकर कहा कि, "मैं आज भी तुम्हारी सारी लकड़ियाँ खरीदूंगा। लेकिन मैं जानता हूं कि, तुम अपनी लकड़ी इतने सस्ते में क्यों बेचते हो ? क्योंकि यह लकड़ी जंगल की जमीन पर बहुत समय से पड़ी हुई होती है। इसे जलाएंगे तो यह बहुत जल्दी जलकर राख हो जाती हैं और इसमें से धुंआ भी बहुत आता है। क्या तुम्हारे अँगठी में भी यह लकड़ी इसी तरह जलती है ?" 
                लकड़हारे ने एक पल सोचा और जवाब दिया, "जी हां। आपने सही कहा। यह इसी तरह से जलती है।"
                फिर सयाने आदमी ने लकड़हारे से पूछा कि, "क्या तुम मानते हो कि, यह जंगल की सबसे अच्छी जलाऊ लकड़ी नहीं है ?" लकड़हारे ने जवाब दिया कि, "शायद नहीं है, लेकिन हम पूरे दिन बहुत कड़ी मेहनत करते हैं।" उस आदमी ने फिर से पूछा, "परंतु तुम यह मानते हो ना कि, यह जंगल की सबसे अच्छी जलाऊ लकड़ी नहीं है।" 
                लकड़हारे ने धीमे से कहा, "मुझे लगता है कि, मुझे यह मानना ही पड़ेगा।" इस जवाब पर सयाने आदमी ने वह सारी लकड़ी सस्ते दामों पर खरीद ली। लेकिन न जाने क्यों उस लकड़हारे को अपने मन पर भारी बोझ महसूस हो रहा था। 


    बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग 

    दोस्तों, बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग में दिन भर कड़ी मेहनत करने के बाद जब ट्रेडिंग सेशन पूरा होता है तब, क्या हमें भी अपने मन पर कुछ बोझ महसूस होता है ? या फिर क्या हमें ऐसा महसूस होता हैं कि, हम अपने ट्रेड कम मुनाफे में काट रहे हैं ? और इस वजह से हमें कम पैसा मिल रहा है। 
                या फिर दिन गुजरते जाते हैं और हमें यह सवाल महसूस ही नहीं होता हैं कि, क्या सच में हमारी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी, स्टॉक मार्केट की सबसे बढ़िया ट्रेडिंग स्ट्रेटजी है ? अब देखो जाहिर-सी बात हैं कि, स्टॉक मार्केट में यह बताने के लिए कोई सयाना आदमी हमारे पास नहीं आएगा। 
                हमें अपने आप ही यह महसूस करना है और अपने ट्रेडिंग परफॉर्मेंस को सुधारने के लिए, बैंक निफ़्टी ट्रेडिंग चेक लिस्ट के साथ "बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए Do's and Don'ts की लिस्ट" बनानी हैं। और इसे अच्छे तरीके से फॉलो करना है। 
    Bank Nifty Option Trading Do's and Don'ts In Hindi.
    Bank Nifty Option Trading Do's and Don'ts In Hindi.


    बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग Do's 

    यहां पर हम बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग में क्या-क्या करना चाहिए इसके बारे में जानकारी लेंगे। 

    रिस्क रिवार्ड रेश्यो जानना हैं। 

    ऑप्शन ट्रेडिंग में हम ज्यादातर बार कॉल और पुट ऑप्शन में ट्रेडिंग करते हैं। इसमें ट्रेड लेने से पहले हमें उस ट्रेड का रिस्क रीवार्ड रेशों ध्यान में लेना चाहिए। 
                "ऑप्शन ट्रेडिंग में रिस्क 25 % और रीवार्ड 50 % से 100 % तक का होना चाहिए।" इससे, अगर हमारे 2 स्टॉप लॉस हिट हो भी जाए तो भी जो लॉस होता है उसे तीसरे ट्रेड में कवर कर सकते हैं। 

    टार्गेट और स्टॉप लॉस पहले ही तय करना हैं।

    ट्रेड लेते वक्त हम ऑप्शन की स्ट्राइक प्राइस को देखते हैं और उस पर्टिकुलर ऑप्शन की प्राइस देखते हैं जिसमे ट्रेड लेना हैं। लेकिन हमें बैंक निफ़्टी के चार्ट पर "सपोर्ट और रेजिस्टेंस" को देखते हुए कॉल या पुट ऑप्शन में ट्रेड लेने से पहले हमारा स्टॉप लॉस और टार्गेट तय करना चाहिए। 
                अगर कोई चार्ट पैटर्न बन रहा है लेकिन उसमें स्टॉप लॉस बहुत ही बड़ा रखने की गुंजाइश हो तो ऐसे ट्रेड से हमें दूर रहना चाहिए। बैंक निफ़्टी की ट्रेडिंग आईडियाज जानने के लिए यह पढ़ें। 

    ट्रेड का समय पहले ही तय करना हैं। 

    इसमें दो बातें होती हैं। पहली यह कि, हमें यह तय करना है कि हमें फर्स्ट हाफ में ट्रेड लेना है या सेकंड हाफ में ? मार्केट ओपन होते ही ट्रेड लेना है या कुछ वक्त रुक कर के लेना है ? चाहे हमारी स्ट्रेटेजी जो भी हो। 
                और दूसरी बात यह हैं कि, हमें पहले ही यह तय करना है कि हम उस पर्टिकुलर ट्रेड को कितने वक्त तक होल्ड करेंगे ? यह बातें पहले से ही तय करके चलेंगे तो ट्रेड लेने के बाद हम टार्गेट या स्टॉप लॉस हिट होने तक अपने मन में शांति बनाए रख सकते हैं। 

    ट्रेड की क्वांटिटी कम रखना हैं।

    बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग में ट्रेड की क्वांटिटी कम रखना है इसका मतलब यह नहीं है कि हमें एक या दो लॉट से ही ट्रेडिंग करनी है। बल्कि इसका मतलब यह हैं कि, हमें अपने कैपिटल के हिसाब से अपने ट्रेड में लॉट की पर्याप्त क्वांटिटी लेनी है। 

    उदाहरण

    हमारे पास Rs. 1,00,000 कैपिटल है। और हम Rs. 200 कीमत के ऑप्शन में ट्रेड लेने जा रहे हैं तो हमें 10 लॉट में ट्रेडिंग करनी चाहिए। इससे पर्याप्त लाभ भी होगा और स्टॉप लॉस हिट होता हैं तो अगले ट्रेड के लिए पर्याप्त कैपिटल हमारे पास उपलब्ध रहेगा। सही है ? 

    खुले सौदे कम से कम रखना हैं।

    इस बात पर हम सभी सहमत हो सकते हैं कि, बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग में हमें "ओपन ट्रेड्स कम से कम रखने चाहिए।" यानी कि अगर हम अलग-अलग स्ट्राइक प्राइस के कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन खरीद कर चल रहे हैं तो ट्रेड्स की संख्या कम से कम होनी चाहिए। क्योंकि बैंक निफ्टी में कभी-भी, किसी-भी तरफ बड़ा मूवमेंट हो सकता हैं। 
                वोलैटिलिटी को समज़ने के लिए बैंक निफ़्टी रिलेटिव वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिकेटर उपयुक्त हैं। वोलैटिलिटी में अपने ट्रेड जल्दी-जल्दी क्लोज करने होते हैं। कम संख्या में ट्रेड ओपन रखेंगे तो यह हमारे कंट्रोल में रहता है और हम अपने ट्रेड जल्दी से क्लोज कर सकते हैं। 

    विशेष बात 

    ट्रेडिंग सेशन में कितने ट्रेड ओपन रखते हुए होल्ड करने हैं यह अपने-अपने कैपेसिटी के ऊपर डिपेंड होता है। जैसे कि कोई 80 की स्पीड में भी अपनी बाइक को कंट्रोल कर कर सकता है और किसी को 50 की स्पीड ठीक लगती है। क्योंकि इस स्पीड पर उसका कंट्रोल होता है और वह कम समय में अपनी बाइक रोक सकता है। 


    अपने स्ट्रेटेजी पर भरोसा करना हैं।

    अब हम समझ गए हैं कि, हमें रिस्क रीवार्ड रेशों जानना है, टार्गेट और स्टॉप लॉस पहले से ही तय करने हैं। ट्रेड में कितने समय तक रुकना है यह भी पहले तय करना है। ट्रेड की क्वांटिटी कम रखते हुए खुले सौदे भी कम से कम रखने के बारे में जानकारी ली है। अब सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट पर आते हैं। हमें अपने स्ट्रेटेजी पर भरोसा करना है। अगर हम अपने स्ट्रेटेजी के ऊपर पूरा भरोसा नहीं कर पाते हैं तो हम इनमें से कुछ पॉइंट्स मिस कर सकते हैं और इस वजह से हम पर्याप्त परफॉर्मेंस नहीं कर सकते हैं। 

    बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग Don'ts

    स्टॉक्स के न्यूज़ पर ट्रेडिंग नहीं करना हैं।

    इस बात पर गौर करें कि, हमें स्टॉक्स के न्यूज़ पर आधारित ट्रेड नहीं लेना चाहिए। बैंक निफ्टी में 12 बैंकिंग स्टॉक्स शामिल होते हैं। इनमें से किसी स्टॉक में कोई न्यूज़ हो तो हमें बैंक निफ्टी के मूवमेंट पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए। 
                बैंक निफ़्टी में चल रही एक्टिविटी के बारे में कन्फ्यूजन हो तो हमें ट्रेड लेने से बचना चाहिए। हो सकता है कि कभी-कभी ऐसे न्यूज़ पर आधारित ट्रेड में कम समय में बढ़िया मुनाफा हो जाए, लेकिन ज्यादातर बार स्टॉप लॉस हिट होने की संभावना होती है। 

    अनजाने इवेंट पर ट्रेडिंग नहीं करना हैं। 

    हमें ऐसे इवेंट पर ट्रेड लेने से बचना चाहिए जो कि हमें मालूम नहीं है या फिर जिनके बारे में हमें पूरी जानकारी नहीं है। हमारे मन में ऐसा विचार आ सकता हैं कि, हम तो "टेक्निकल एनालिसिस" के बेसिस पर ट्रेड ले लेते हैं। हमें इवेंट के बारे में जानकारी होना उतना आवश्यक नहीं होता है। लेकिन आपको पता ही होगा कि कोई इवेंट होने वाला हो तो कई सारे टेक्निकल एनालिसिस फेल हो जाते हैं और बैंक निफ़्टी में वोलैटिलिटी बढ़ने के कारण बड़े स्टॉप लॉस भी हिट हो जाते हैं। 

    ओवर ट्रेडिंग नहीं करना हैं।

    बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग में कम समय में खरीदना बेचना कर-कर के हम ओवर ट्रेडिंग कर बैठते हैं। हमें इस तरह की ओवर ट्रेडिंग करने से बचना चाहिए। इससे ब्रोकरेज और बाकी एक्सपेंसेस में बचत होती है। ओवर ट्रेडिंग से बचकर सही समय तक इंतजार करके, सही ट्रेड लेकर हम बढ़िया मुनाफा कमाने के लिए तैयार रह सकते हैं। 

    विशेष सफलता


    उपयुक्त जानकारी 

    Bank Nifty Futures को कैसे समझे ?


    हमने यह जाना 

    आज हमने यहां पर कहानी के माध्यम से यह समझने की कोशिश की हैं कि, हमें "बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग" करने के लिए आवश्यक अच्छी क्वालिटी के बातों पर अंमल करना चाहिए। इससे हमारा ट्रेडिंग परफॉर्मेंस बेहतर होता है। 
                और हमने यह भी जाना कि हमें कौन-कौन सी सिचुएशन में है ट्रेड लेने से बचना चाहिए। इससे लॉस की संभावना कम होती है। और हम अपने ट्रेडिंग करने के तरीकों में सुधर करके स्टॉक मार्केट की सबसे अच्छी स्ट्रेटजी बना सकते हैं। इसके उपयोग से हम बैंक निफ़्टी ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसे कमा सकते हैं। 

    Bank Nifty Do's and Don'ts FAQ's

    1 ) क्या बैंक निफ़्टी ऑप्शंस ट्रेडिंग में छोटे-छोटे टार्गेट्स के लिए ट्रेड लेने चाहिए ?

    नहीं। छोटे-छोटे टार्गेट्स के लिए ट्रेड लेने से ओवर ट्रेडिंग करने की आदत लग सकती है।

    2 ) बैंक निफ़्टी ऑप्शंस ट्रेडिंग में मैक्सिमम स्टॉप लॉस कितना होना चाहिए ?

    बैंक निफ़्टी ऑप्शंस ट्रेडिंग में मैक्सिमम स्टॉप लॉस 25 % का होना चाहिए।

    3 ) बैंक निफ़्टी ऑप्शंस ट्रेडिंग में मैक्सिमम टार्गेट कितना होना चाहिए ?

    बैंक निफ़्टी ऑप्शंस ट्रेडिंग में मैक्सिमम टार्गेट 100 % से 120 % तक का होना चाहिए।

    4 )क्या बैंक निफ़्टी ऑप्शंस के इंट्राडे ट्रेडिंग के ट्रेड्स को अगले दिन के लिए होल्ड करना चाहिए ?

    नहीं। क्योंकि गैप अप या गैप डाउन ओपनिंग के कारण बड़ा लॉस होने की संभावना होती है।

    5 ) क्या बैंक निफ्टी में एक्सपायरी डेट पर ट्रेडिंग करना चाहिए ?

    बैंक निफ्टी में एक्सपायरी डेट पर ट्रेडिंग कर सकते हैं। इसके लिए बढ़िया स्ट्रेटजी की आवश्यकता होती है।


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