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स्टॉक मार्केट में अपना बेस्ट पोर्टफोलियो कैसे बनाएं ?

 
            आज हम यहाँ पर मिलकर, "स्टॉक मार्केट में अपना बेस्ट पोर्टफोलियो कैसे बनाएं ?" यह समझने की कोशिश करते है। इसमें स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो बनाकर पैसे कैसे कमाए ? स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो कितने समय तक के लिए बनाना चाहिए ? स्टॉक मार्केट के पोर्टफोलियो में बदलाव कब करना चाहिए ? स्टॉक मार्केट में बनाने के उद्देश्य क्या होने चाहिए ? स्टॉक मार्केट पोर्टफोलियो में कितने शेयर्स होने चाहिए ? यह जानकारी लेंगे। तो आइए शुरू करते है। 
Best Portfolio in the stock market.
Best Portfolio kaise banae in Hindi.

    
        दोस्तों, यह बात अब छुपी हुई नहीं रही हैं कि, हममें से हर कोई स्टॉक मार्केट से खूब सारा पैसा कमाना चाहता हैं। और इसीलिए हम सभी खुद का पोर्टफोलियो बनाने की इच्छा रखते है, जो कि बहुत अच्छी बात हैं। 


    स्टॉक मार्केट पोर्टफोलियो क्या होता हैं ?

    "स्टॉक मार्केट में लंबी अवधि के लिए शेयर्स खरीद कर अपने डिमैट अकाउंट में रखे जाते हैं। ऐसे एकत्रीकरण को स्टॉक मार्केट पोर्टफोलियो कहते हैं।" एक आदर्श पोर्टफोलियो में अलग-अलग सेक्टर की कंपनीज के स्टॉक्स रणनीति के अनुसार सिलेक्ट करके होल्ड किए जाते हैं। 

                जाहिर सी बात हैं कि, ऐसा करने के लिए हमें स्टॉक मार्केट और इकोनाॅमी की अच्छी खासी जानकारी होना आवश्यक होता है। हम स्टॉक मार्केट में दिलचस्पी लेकर स्वयं स्टडी करके इसमें एक्सपर्ट बन सकते हैं। या फिर फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह को फॉलो करके स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो बना सकते हैं। 


    बेस्ट पोर्टफोलियो

                "बेस्ट पोर्टफोलियो याने की संतुलित पोर्टफोलियो। इसे बनाने के लिए हमारे उद्देश्यों को प्राथमिकता के आधार पर तय करना होता हैं।उन उद्देश्यों को पाने के लिए हमें कितना पैसा और समय लगाना चाहिए और हम कितना जोखिम लेने के लिए तैयार है यह भी तय करना होता है। इन सारी बातों को मिलाकर हमारा बेस्ट पोर्टफोलियो बनता है।" 


    पोर्टफोलियो बनाने के हमारे उद्देश्य

                बेस्ट पोर्टफोलियो बनाने की हमारी शुरुआत उद्देश्य निश्चित करने से ही होनी चाहिए। "स्टॉक मार्केट में शेयर खरीद कर पोर्टफोलियो बनाने का हमारा मुख्य उद्देश्य यही होता है कि हम स्टॉक मार्केट से पैसे कमाना चाहते है।" क्या इतना उद्दिष्ट रखना काफी है ? क्या इसी एक मकसद से हम स्टॉक मार्केट में अपना बेस्ट पोर्टफोलियो बना सकते हैं ? क्या इस उद्देश्य से बनाए गए पोर्टफोलियो हम लंबे समय तक होल्ड करते है ? क्या ऐसा करने के लिए हम फियर और ग्रीड को कंट्रोल कर सकते हैं ? आपको क्या लगता है ?

                स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो बनाने के सही उद्देश्य क्या होने चाहिए ? और उनकी प्राथमिकताएं क्या होनी चाहिए ? आइए मिलकर पता लगाते हैं। और फिर आगे बढ़कर हमें कितना पैसा और समय लगाना चाहिए इसके बारे में जानकारी लेंगे। 

    1 ) स्टॉक मार्केट में बने रहना

                स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो बनाने का हमारा प्रमुख उद्देश्य यह होना चाहिए कि, हम स्टॉक मार्केट में लंबे समय तक बने रहे। ताकि हम स्टॉक मार्केट से पैसे कमाए। सही है ? नहीं तो हम स्टॉक मार्केट से कुछ भी हासिल नहीं कर पाएंगे। इसलिए "स्टॉक मार्केट में बने रहना यह हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।" 

                तो ऐसा हैं की, हमें कितने समय के लिए पोर्टफोलियो बनाना है यह निश्चित करना होता है। यह अवधि 3 सालों से लेकर 5 साल, 10 साल और 20 सालों का भी हो सकता है। 

    2 ) स्टॉक मार्केट से पैसे कमाना

                स्टॉक मार्केट से पैसे कमाना बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है। तो क्यों हम उसको पहली प्राथमिकता देकर अपने आप को कठिन काम में लगाएं। इससे तो अच्छा यही है कि हम "पैसे कमाने के उद्देश्य को दूसरी प्राथमिकता पर रखें।" सही है ? इसलिए स्टॉक मार्केट से पैसे कमाना यह हमारी दूसरी प्राथमिकता होनी चाहिए।

                यहां पर हमारा यह उद्देश्य है कि हम पैसे कमाते रहे। यानी कि हम अपने पोर्टफोलियो को प्रॉफिट में चलाएं। इसके लिए स्टॉक मार्केट % गेम को समझ लेना आवश्यक होता है। 

    3 ) लॉस को नियंत्रित रखना 

                "हमारी तिसरी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि हम अपने लॉस को नियंत्रित रखे।" यह उद्देश्य तिसरे नंबर पर आने से इसका महत्व कम नहीं होता क्योंकि, पोर्टफोलियो बनाकर हम स्टॉक मार्केट में एक लंबा सफर तय करते हैं। इस दौरान हमें कई सारी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से गुजरना होता है। ऐसे में हमें अपने लॉस को कम से कम रखना आना चाहिए। इसीलिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण उद्देश्य माना जाता है। 

    4 ) अपना लक्ष्य हासिल करना   

               हर एक बेस्ट पोर्टफोलियो का लक्ष्य पहले से ही तय किया जाता है। "स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो बनाने का हमारा उद्देश्य यानी कि हमारा लक्ष्य हम आखिर में हासिल करते है।" यह तय किए गए प्रॉफिट का अमाउंट हासिल होने पर लक्ष्य हासिल हुआ ऐसा माना जाता है। लक्ष्य का अमाउंट 10 लाख से लेकर 1 करोड़ या इससे ज्यादा भी हो सकता है। 


    बेस्ट पोर्टफोलियो का कालावधी

    Stock Market Portfolio In Hindi.
    About Stock Market Portfolio Time Period.


                बेस्ट पोर्टफोलियो बनाने के लिए "फंडामेंटल एनालिसिस" करना अच्छा होता है। और कितना समय देना चाहिए यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। इसके जवाब में कहते हैं की, "बेस्ट पोर्टफोलियो बनाने के लिए हमें कम से कम 7 साल का समय देना चाहिए।" अगर हम पोर्टफोलियो 10 साल या 20 साल के लिए बनाते हैं तो इससे और भी अच्छी वेल्थ क्रिएट होती है। 

    विशेष उपलब्धि

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    लंबी अवधि का महत्व

    1 ) लंबी अवधि का पोर्टफोलियो बनाकर हम "सालाना 15 से 25 % की ग्रोथ" हासिल कर सकते हैं। 

    2 ) हमारे पोर्टफोलियो के कुछ शेयर्स के भाव गिरते हैं तो भी, लंबे समय में वह "रिकवर होने की संभावना ज्यादा होती है।"

    3 ) सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि "लंबे समय में स्टॉक मार्केट में निवेशित रहने से हमें कंपाउंडिंग ग्रोथ का लाभ मिलता है।" इससे हमें प्राइस इन्फ्लेशन से आगे का बहुत ज्यादा फायदा होता है। 

                कंपनियां अपनी ग्रोथ के लिए 5 साल का, 10 साल का टार्गेट लेकर चलती है। जैसे-जैसे उनका मुनाफा बढ़ता जाता हैं, शेयर्स की प्राइस भी बढ़ती जाती है। इसीलिए हमें पोर्टफोलियो लंबी अवधि के लिए बनाना चाहिए। 


    बेस्ट पोर्टफोलियो का कॅपिटल

                अब हमने बेस्ट पोर्टफोलियो बनाने के लिए लक्ष्य तय किए है और लंबे समय तक बने रहने का भी प्लानिंग किया है। ऐसे में हमारे लक्ष्य हासिल होने के चांसेस काफी ज्यादा बढ़ जाते है। इसके लिए हमें "सफिशिएंट याने की वाजिब कैपिटल लगाना महत्वपूर्ण होता है।" क्योंकि इससे बहुत ज्यादा फर्क पड़ता है। अगर हम कम कैपिटल लगाते है तो हमारा लक्ष्य भी कम अमाउंट का ही तय करना होता है। इसलिए स्टॉक मार्केट में कितना पैसा लगाना चाहिए ? इसके बारे में विस्तार से निचे अधिक जानकारी में पढ़ सकते हैं।

    उदाहरण

                अगर हम Rs. 10 लाख कैपिटल लगाते हैं। और 20 साल का वक्त देते हैं तो हमारा पोर्टफोलियो का लक्ष्य हम Rs. 50 लाख आसानी से रख सकते है। और यह हासिल भी हो सकता है। 

                लेकिन अगर हम Rs. 1 लाख लगाते हैं। और Rs. 5 लाख का लक्ष्य तय करते है। और 20 साल का वक्त देने के बाद यह लक्ष्य हासिल होने पर भी, हम कुछ ज्यादा हासिल नहीं कर पाते है। इसलिए वाजिब कैपिटल लगाना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। 

                तो इस तरह से हम अपने क्षमता के अनुसार वाजिब कॅपिटल लगा सकतें है। इसे हम दो तरीकों से कर सकते है।

    1 ) पूरा पैसा एकदम लगाना 

                जब स्टॉक मार्केट काफी ज्यादा गिरता हैं और शेयर्स के भाव काफी सस्ते होते हैं। ऐसी परिस्थिति में हम अपना पूरा कैपिटल लगाकर, लंबे समय के लिए बेस्ट पोर्टफोलियो बना सकते है। अगर हम Rs. 10 लाख का पोर्टफोलियो बनाने जा रहे है। तो वह सारी राशि एक ही वक्त पर स्टॉक मार्केट में लगाकर अपना पोर्टफोलियो बना सकते है।

                ऐसा करना जोखिम भरा हो सकता हैं। और हम किश्तों में भी निवेश कर सकता हैं। इससे बेटर प्राइस पर निवेश करना संभव होता हैं। 

    2एसआईपी के जरिए पोर्टफोलियो बनाना 

                एसआईपी याने की सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान। इसके जरिए पोर्टफोलियो बनाना बहुत ही अच्छा होता है। एसआईपी के साथ-साथ एव्हरेजिंग भी होती है। 

    उदाहरण 

                हमें Rs. 10 लाख का पोर्टफोलियो बनाना है। इसके लिए हम Rs. 50 लाख का लक्ष्य तय करते है। और इसके लिए हम 20 साल का वक्त देने के लिए तैयार है। इस तरह का पोर्टफोलियो एसआईपी के जरिए, बनाने के लिए बनाने के लिए हम Rs. 10 लाख का कैपिटल, 1 साल में हर महीने थोड़ा-थोड़ा करके लगाएंगे। इससे मार्केट ऊपर नीचे जाते हुए हमारे हमारी पोजीशन एवरेज होती जाएगी। "एसआईपी से हमें बेटर प्राइस पर पोर्टफोलियो बनाने का अवसर प्राप्त होता है।" 


    पोर्टफोलियो में कितने शेयर्स होने चाहिए ?

                यह रहा एक महत्वपूर्ण सवाल, जिसके जवाब में कहते हैं की, "पोर्टफोलियो में मिनिमम 7 कम्पनीज के शेयर्स होने चाहिए।" इससे पर्याप्त विविधता बनती है। और "मॅक्सिमम 15 से 20 शेयर्स होने चाहिए" ताकि अपना पोर्टफोलियो खुद से ही आसानी से ट्रैक किया जा सके। सही हैं ? 

                शेयर्स के साथ ही हम पोर्टफोलियो में एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी के ईटीएफ को भी शामिल कर सकते हैं। निफ़्टी और निफ़्टी बैंक इंडेक्स पर आधारित ईटीएफ स्टॉक मार्केट में उपलब्ध है। निफ़्टी बैंक इंडेक्स के ईटीएफ की जानकारी हम सर्च बार में Nifty Bank Bees टाइप करके पढ़ सकते हैं। 

                यहाँ पर यह बात क्लियर हो जाती है की, हमें अपने पोर्टफोलियो में उतनी कम्पनीज के शेयर्स रखने है जिससे डायव्हर्सिफिकेशन हो और हम उन्हें सहजता से ट्रैक भी कर पाए। 


    पोर्टफोलियो में बदलाव कब करना चाहिए ?

    जैसा कि हम सभी को मालूम है कि, स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो 5 साल 10 साल या इससे भी लंबी अवधि के लिए बनाया जाता है। इसमें बार-बार बदलाव नहीं करना चाहिए। लेकिन कई मौकों पर ऐसा करने की जरूरत होती है। 

    1 ) नो परफॉर्मेंस 

    स्टॉक मार्केट में बनाए गए पोर्टफोलियो के शेयर्स का परफॉर्मेंस कम से कम हर 3 महीने में एक बार चेक करना चाहिए। जो शेयर्स काफी समय से परफॉर्म नहीं कर रहे हैं और ग्रोथ में अपना योगदान नहीं दे रहे हैं उन्हें हटाने के लिए पोर्टफोलियो में बदलाव आवश्यक करना होता है। 

    2 ) नए शेयर्स जोड़ना 

    लंबे वक्त में कई बार, इकोनाॅमी में हो रहे फंडामेंटल बदलाव के कारण कई सारी नई अपॉर्चुनिटी बनती है। इस वजह से कुछ कंपनीज आने वाले सालों में बढ़िया ग्रोथ दिखाने की क्षमता दिखाती है। ऐसे कंपनीज को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना आवश्यक होता है। इसलिए भी पोर्टफोलियो में बदलाव कर सकते हैं। 


    अधिक जानकारी 

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    पोर्टफोलियो बनाने के बारे में हमने यह जाना

                आज हमने मिलकर, "पोर्टफोलियो के बारे में कुछ नया सीखने की कोशिश की है।" भीड़ में शामिल होकर बस दौड़ लगाते रहने से अच्छा यही होता हैं कि, हम अपना दिमाग लगाएं और सोचे कि हमारे लिए क्या सही हो सकता है ? इसके लिए यह निश्चित होना चाहिए कि हम अपने पोर्टफोलियो से क्या चाहते है ? उस उद्दिष्ट को पाने के लिए हम कितना पैसा और समय लगाना चाहते है ? 

                स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो बनाना यह पैसिव इनकम का सोर्स माना जाता है। इस निवेश का हम अपने जीवन के बड़े लक्ष्यों को हासिल करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। स्टॉक मार्केट में बनाया गया बेस्ट पोर्टफोलियो यह हमारी असेट होती है। यह लगातार ग्रोथ करके हमें फाइनेंशियल फ्रीडम बहाल करने की क्षमता रखती है। इसलिए हमें स्टॉक मार्केट में पोर्टफोलियो जरूर बनाना चाहिए। 


    बेस्ट पोर्टफोलियो के FAQs

    1 ) इनकम पोर्टफोलियो क्या होता है ?

    जिस पोर्टफोलियो में 70 % से लेकर 100 % तक बॉन्ड्स में निवेश किया जाता है उसे इनकम पोर्टफोलियो कहते है।

    2 ) बैलेंस्ड पोर्टफोलियो किसे कहते है ?

    जिस पोर्टफोलियो के अंदर 40 % से लेकर 60 % तक स्टॉक्स में निवेश किया जाता है। और बाकी बॉन्ड्स में निवेश किया जाता है उसे बैलेंस्ड पोर्टफोलियो कहा जाता है।

    3 ) ग्रोथ पोर्टफोलियो किसे कहते है ?

    जिस पोर्टफोलियो में 70 % से ज्यादा या फिर पूरा 100 % स्टॉक्स में निवेश किया जाता है। उसे ग्रोथ पोर्टफोलियो कहते है।

    4 ) मेरा पोर्टफोलियो कैसा दिखना चाहिए ?

    स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट्स की माने तो, हमारे पोर्टफोलियो में 60% तक स्टॉक्स और 40% तक फिक्स्ड इनकम देने वाली असेट जैसे की बॉन्ड्स, एफ. डी. ज होने चाहिए।

    5 ) पोर्टफोलियो का कितना हिस्सा कॅश में होल्ड करना चाहिए ?

    पोर्टफोलियो के 10 % से लेकर 20 % तक हम होल्ड कर सकते है। यह सिचुएशन पर डिपेन्ड होता है। निवेश के किसी खास अवसर का इन्तजार हों तो ही कॅश होल्ड करनी चाहिए।


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