Ads Header

Fibonacci Retracement in Hindi. स्टॉक मार्केट में गोल्डन रेश्यो कैसे काम करता है ?

दोस्तों, आज हम यहां पर मिलकर, फिबोनाकी रिट्रेसमेंट के बारे में हिंदी में जानकारी लेंगे। इसमें स्टॉक मार्केट में गोल्डन रेशों क्या होता है ? स्टॉक मार्केट में गोल्डन रेशों के उपयोग क्या है ? फिबोनाकी रिट्रेसमेंट क्या होता है ? फिबोनाकी नम्बर्स क्या होते हैं ? यह जानेंगे। और एचडीएफसी बैंक के चार्ट पर फिबोनाकी रिट्रेसमेंट इंडिकेटर लगाकर देखेंगे। "स्टॉक मार्केट में गोल्डन रेश्यो कैसे काम करता है ?" यह सवाल मन में आने का मतलब ही यह है की, हम स्टॉक मार्केट को बारीकी से समझने के लिए लालायित है, इच्छुक है। हैं ना ? तो आइए शुरू करते हैं। 

Stock Market Golden Ratio.
Golden Ratio in the Stock Market.

    
        मेरे एक करीबी दोस्त है मिस्टर एस.टी.। जिन्हे स्टॉक मार्केट का बीस सालों से ज्यादा का तजुर्बा हैं। इन्होंने स्टॉक मार्केट में काफी नाम और सफलता हासिल की है। एक बार डिनर पे बातें करते वक्त उन्होंने यह माना की उन्हें, "स्टॉक मार्केट हर दिन नया लगता है।" और फिर उन्होंने यह भी कहा की, स्टॉक मार्केट उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा अट्रॅक्शन हैं। और फिर बातों ही बातों में गोल्डन रेश्यो का जिक्र हुआ।

            उन्होंने कहा, "जैसा की हम सभी जानते हैं की, गोल्डन रेश्यो यह एक खूबसूरती का प्रमाण होता है। या फिर यूँ कहें की, "गोल्डन रेश्यो एक कुदरती संतुलन है जो की खूबसूरत होता हैं!" तो स्टॉक मार्केट का इससे क्या संबंध ? क्या स्टॉक मार्केट खूबसूरत होता हैं ? आपको क्या लगता है ? आप स्टॉक मार्केट की तरफ क्यों खींचे चले आये हैं ?" 

            उनके इन्ही तबियत खुश करने वाले सवालों को मैं आपके सामने लेकर आया हूँ। और उस रात की बातों का निचोड़ भी! जो की बहुत महत्वपूर्ण है। तो चलिए शुरू करते हैं।



    गोल्डन रेश्यो क्या है ?

                1 : 1.618 रेश्यो को गोल्डन रेश्यो कहते हैं। हम इससे ज्यादा गणितीय भाषा में जाना नहीं चाहेंगे। और चिजों को कॉम्प्लिकेटेड ना बनाते हुए आगे बढ़ते है। तो यह एक रेश्यो है। मतलब साफ़ हैं की, यह दोन घटकों की तुलना करके दोनों का स्मार्ट जुड़ाव दर्शाता है। याने की दोन चीजें जितनी ज्यादा गोल्डन रेश्यो के करीब आतीं जाएँगी उतनी वह खूबसूरत, संतुलित और परिपूर्ण दिखती जाएँगी। 

     

    गोल्डन रेश्यो और स्टॉक मार्केट

                स्टॉक मार्केट में गोल्डन रेश्यो का उपयोग करना टेक्निकल एनालिसिस कहलाता है। आपको तो पता ही है की "स्टॉक मार्केट में आने वाले बायिंग, सेलिंग के आर्डर फ्लो को पाइप-लाइन कहा जाता है। और हम जब भी ट्रेड लेते हैं। वह इसी पाइप-लाइन का हिस्सा बन जाता है।" बायिंग ज्यादा होने के कारण पाइप-लाइन ऊपर की तरफ बनने लगती हैं। और सेलिंग ज्यादा होने के कारण पाइप-लाइन निचे की तरफ बनने लगती है। इससे चार्ट बनता जाता हैं। याने की हम सब मिलकर यह (चार्ट) बनाते है।

                इस तरह से स्टॉक मार्केट चार्ट्स, हमारे सारे ऑर्डर्स को अपने अंदर समा लेते है। चार्ट ऊपर और निचे जाने लगते ही हम भी उसमें पार्टिसिपेट करने लगते हैं। इससे नैचरल मुव्हमेंट बनने लगते है। और इससे चार्ट गोल्डन रेश्यो के नजदीक जाने लगता है। 

    उदाहरण

                XYZ कंपनी के शेयर का टॉप प्राइस Rs. 300 है। इसका चार्ट गोल्डन रेश्यो के अनुसार किस तरह से मुव्हमेंट करता है यह देखते हैं। यह 3 % गिरकर Rs. 291 पर आया। इस सपोर्ट लेव्हल पर जरा होल्ड करके फिर से निचे की तरफ 5 % जाते हुए उसने Rs. 285 का लो लगाया। इस लेव्हल पर सपोर्ट बनेगा तो वह ऊपर की तरफ जायेगा। लेकिन वह निचे जाने लगता है और उसका अगला लो प्राइस 8 % निचे Rs. 276 आ गया है। इससे भी निचे जायेगा तो 13 % निचे Rs. 261 तक जा सकता है। 

                इस उदाहरण में हम देखते हैं की, Rs. 276 पर सपोर्ट बना कर शेयर ऊपर की तरफ जाने लगता है। ऐसे में 2 % ऊपर Rs. 281.50 से Rs. 282 पर रेजिस्टेंस बन सकता है। उसे ब्रेक करके ऊपर बढ़ने पर 3 % ऊपर Rs. 284.30 से Rs. 285 की लेव्हल पर रेजिस्टेंस बन सकता है। उससे ऊपर बढ़ने पर 5 % ऊपर Rs. 289.80 से 290 का एक और रेजिस्टेंस लेव्हल बन सकता है। उससे ऊपर जाने लगता है तो 8 % ऊपर Rs. 298 से Rs. 299 का रेजिस्टेंस लेव्हल बन सकता है। उसे ब्रेक करके शेयर फिर से अपने टॉप प्राइस पर पहुँच जाता है। 


    Golden Ratio on the Chart.
    गोल्डन रेश्यो और चार्ट मुव्हमेंट्स। 

                आप ध्यान से देखेंगे तो यह स्पष्ट हो जायेगा की, "गोल्डन रेश्यो के अनुसार चार्ट पर होने वाली गिरावट और बढ़त, सपोर्ट लेव्हल्स और रेजिस्टेंस लेव्हल्स को दर्शाती है।" इससे यह साफ हो जाता हैं कि, स्टॉक मार्केट में टेक्निकल एनालिसिस करते वक्त गोल्डन रेश्यो बहुत महत्वपूर्ण साबित होता है। 

                स्टॉक मार्केट में फंडामेंटल चेंजेस काफी कम होते है। जैसे की कोई इव्हेंट या न्यूज़। सही हैं ? और बाकि के सारे ट्रेडिंग डेज में काम करते वक्त टेक्निकल एनालिसिस को ही फॉलो करना होता है। ट्रेडिंग और इन्व्हेस्टमेंट करने के लिए टेक्निकली जगह बन रही है या नहीं यह जानने के लिए गोल्डन रेश्यो को लगाकर देखने से लाभ होता है। 


    गोल्डन रेश्यो के उपयोग

    1 ) स्टॉक मार्केट में किसी शेयर में किस प्राइस पर निवेश या ट्रेडिंग का अवसर बन रहा है। और उसमें काम करने के लिए सही रिस्क-रिवार्ड रेश्यो क्या है। यह जानने के लिये इसका उपयोग होता है। 

    2 ) गोल्डन रेश्यो के अनुसार स्टॉक मार्केट के मुव्हमेंट होते हैं। इसके अनुसार स्टॉप लॉस एडजेस्ट करेंगे तो हम कम-से-कम स्टॉप लॉस में ट्रेड ले सकते हैं। 

    3 ) स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग और इन्व्हेस्टमेंट करते वक्त टार्गेट सेट करने के लिए भी हम गोल्डन रेश्यो का उपयोग कर सकते हैं।

    4 ) चार्ट पर सपोर्ट, रेजिस्टेंस और ट्रेंड लाइन का सेट अप करने के लिए गोल्डन रेश्यो का इस्तेमाल किया जाता है। 

    5 ) गोल्डन रेश्यो के सही उपयोग से हमें स्टॉक मार्केट में "फूल टाइम ट्रेडर" बनने में आसानी होती है।

    जरुरी बात 

    1 ) शेयर की कीमत, गोल्डन रेश्यो के अनुसार बदलाव दिखा सकती हैं। जैसे की, Rs. 1 से शेयर प्राइस गिरने के बाद Rs. 2 की बढ़त होगी। इसके बाद Rs. 3 से कीमत घटेगी। इसके बाद Rs. 5 से कीमत में बढ़त होगी। और इसके बाद Rs. 8 से शेयर की कीमत घट सकती हैं। लेकिन जरुरी नहीं की ऐसा हमेशा हो। यह सिलसिला बिच में थम सकता हैं और नया ट्रेंड उभर सकता हैं। 

    2 ) इसी तरह शेयर की कीमत, पर्सेंटेज में गोल्डन रेश्यो के अनुसार बदलाव दिखा सकती हैं। जैसे की 1%, 2%, 3%, 5%, और 8% और इस तरह से होते होते बड़ी बढ़त या गिरावट हो सकती हैं। या फंडामेंटल चेंजेस के कारण, यह सिलसिला बिच में थम सकता हैं और नया ट्रेंड उभर सकता हैं। 

                गोल्डन रेश्यो उभरने की यह जानकारी, हमने अपने अनुभव से आपके सामने पेश की हैं। यह जानकारी फिबोनाकी रिट्रेसमेंट से थोड़ी अलग हैं। फिबोनाकी रिट्रेसमेंट यह रेडीमेड ढांचा होता हैं। इसमें बढ़त और गिरावट के कई सारे लेवल्स दिखाए जाते हैं। निचे फिबोनाकी रिट्रेसमेंट का सेट अप उपलब्ध हैं। और इसके अनुसार बन रहे सपोर्ट और रेजिस्टेंस को दर्शाया हैं। 

     

    फिबोनाकी नंबर्स 

                23.6%, 38.2%, 61.8% 78.6% यह फिबोनाकी नंबर्स है। पहले और दूसरे नंबर को मिलाकर तीसरा फिबोनाकी नंबर बनता है। दूसरा और तीसरा नंबर मिलाकर चौथा नंबर बनता है। 


    फिबोनाकी रिट्रेसमेंट

    इसमें रिट्रेसमेंट मतलब क्या निकलता हैं यह आसान उदाहरण लेकर समझते हैं। 

    उदाहरण

    1 ) X कंपनी के शेयर की कीमत Rs. 100 हैं। इसमें बढ़त होकर यह Rs. 120 हुई। यह स्ट्रॉन्ग तेजी का मूवमेंट हैं। 

    2 ) ऐसे मूवमेंट के बाद शेयर और आगे बढ़ने से पहले थोड़ा निचे आता हैं। X कंपनी का शेयर Rs. 120 से Rs. 110 तक निचे आया। 

    3 ) फिर से तेजी बनते हुए शेयर की कीमत बढ़ने लगती हैं। X कंपनी के शेयर की कीमत Rs. 110 से आगे बढ़ते हुए Rs. 130 हो गई। 

                ऐसे में X कंपनी के शेयर की कीमत बढ़ने से पहले Rs. 120 से Rs. 110 तक निचे आई हैं। इसे रिट्रेसमेंट कहते हैं। इसी तरह गिरावट में रिट्रेसमेंट ऊपर की तरफ होती है। आसान हैं ? 


    बैंक निफ़्टी के चार्ट पर फिबोनाकी रिट्रेसमेंट


    26-03-2024 से 28-03-2024 तक

    यहाँ पर, बैंक निफ़्टी के 15 min. चार्ट पर फिबोनाकी रिट्रेसमेंट का सेट अप किया है। 

    Fibonacci Retracement Indicator on Bank Nifty Chart.
    Fibonacci Retracement Indicator on Bank Nifty Chart.


    फिबोनाकी रेजिस्टेंस लेवल्स

    "26-03-2024 से 28-03-2024 तक" के बैंक निफ़्टी के चार्ट पर फ़ोबोनाकी के अनुसार, अगले हप्ते में 2 रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। 

    1) 47500 2) 47680 

    फिबोनाकी सपोर्ट लेवल्स 

    "26-03-2024 से 28-03-2024 तक" के बैंक निफ़्टी के चार्ट पर फ़ोबोनाकी के अनुसार, अगले हप्ते में 2 सपोर्ट उपलब्ध है। 

    1) 47000 2) 46750 


    18-12-2023 से 22-12-2023 तक

    यहाँ पर, बैंक निफ़्टी के 15 min. चार्ट पर फिबोनाकी रिट्रेसमेंट का सेट अप किया है। 

    Fibonacci Retracement on Bank Nifty Chart.
    Bank Nifty Chart with Fibonacci Retracement.


    फिबोनाकी रेजिस्टेंस लेवल्स

    "18-12-2023 से 22-12-2023 तक" के बैंक निफ़्टी के चार्ट पर फ़ोबोनाकी के अनुसार, अगले हप्ते में 2 रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। 

    1) 47770 2) 48215 

    फिबोनाकी सपोर्ट लेवल्स 

    "18-12-2023 से 22-12-2023 तक" के बैंक निफ़्टी के चार्ट पर फ़ोबोनाकी के अनुसार, अगले हप्ते में 3 सपोर्ट उपलब्ध है। 

    1) 47420 2) 47175 3) 46930 


    उपयुक्त जानकारी

    स्टॉक मार्केट इंडिकेटर ROC 

    स्टॉक मार्केट इंडिकेटर ATR 

    Vwap इंडिकेटर क्या है ? Vwap इंडिकेटर इन द स्टॉक मार्केट।

    Bullish Trend in Hindi. स्टॉक मार्केट बुलिश ट्रेंड कैसे बनते हैं ?

    चार्ट के मल्टीपल टाइम फ्रेम का यूज़ कैसे करें ?


    गोल्डन रेश्यो के बारें में हमने यह जाना

                स्टॉक मार्केट के चार्ट, लोगों की कुदरती आदतों के कारण गोल्डन रेश्यो का अनुसरण करते है। इसलिए ट्रेडिंग और इन्व्हेस्टमेंट करते वक्त हमें भी इसी ट्रेन्ड को फॉलो करना महत्वपूर्ण होता है।

                हमने यहाँ पर फिबोनाकी रिट्रेसमेंट के बारे में हिंदी में जानकारी ली। इसमें हमने स्टॉक मार्केट में गोल्डन रेशों क्या होता है ? स्टॉक मार्केट में गोल्डन रेशों के उपयोग क्या है ? फिबोनाकी रिट्रेसमेंट क्या होता है ? फिबोनाकी नम्बर्स क्या होते हैं ? यह जाना। और एचडीएफसी बैंक के चार्ट पर फिबोनाकी रिट्रेसमेंट इंडिकेटर लगाकर देखा। 

                "गोल्डन रेश्यो अपने आप में नेचरल संतुलन होता है।" इसलिए यह खूबसूरत होता है। इसी कारण से हमें स्टॉक मार्केट के चार्ट खूबसूरत दिखते है। और हमने यह भी जाना की इसी वजह से हम स्टॉक मार्केट की तरफ अट्रॅक्ट होते है।

                इस एट्रॅक्शन को हमारे फायदे के लिए इस्तेमाल करना है तो हमें गोल्डन रेश्यो के अनुसार स्टॉक मार्केट में पार्टिसिपेट करना आवश्यक होता है। 


    Post a Comment

    0 Comments