दोस्तों, यहाँ पर हम मिलकर, यह जानने की कोशिश करेंगे की स्टॉक मार्केट की जानकारी को फ़िल्टर कैसे करें ? क्योंकि हम, हर कोई काम समझ कर ही तो करते है। हैं ना ? इसमें हम स्टॉक मार्केट में फोकस कहाँ करना चाहिए ? ट्रेडिंग और निवेश के लिए महत्वपूर्ण जानकारी कौन-सी होती है ? और जानकारी को फ़िल्टर करके बेहतर परफॉरमेंस कैसे किया जाता है ? यह समझेंगे। तो आइए शुरू करते है।
Filter information of the Stock Market. |
हम स्टॉक मार्केट को समझ कर ही अपना डी-मॅट अकाउंट खुलवातें है। इसमें कोई शक नहीं है। और ना ही इसमें की हम, स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग को अपना बिज़नेस बनाना चाहते है।
स्टॉक मार्केट की ए बी सी डी
A : Account of Stock Market means D-Mat A/c
B : Business News
C : Chart
D : Disciplined Action.
स्टॉक मार्केट की ए बी सी डी याने की सारा नॉलेज होता हैं। इसे स्टेप-बाय-स्टेप फॉलो करना होता है। FII हमारे स्टॉक मार्केट में क्यों आतें है ? जवाब में कहते हैं की, उनके पास नॉलेज और डिसिप्लिन होती है। कोई प्रकार अच्छा लगे तो उस पर फोकस होने से बाकी के नॉलेज को नजर-अंदाज किया जाना लाजमी है। इसलिये "शुरू से डिसिप्लिन के साथ स्टडी करना है।"
हम काफी सारा नॉलेज लेकर काम में जुटे है। इस बात पर हम पहले से ही सहमत है। लेकिन मेरा अनुभव है की बेसिक चीजों को नजर-अंदाज करके हम कॉम्प्लिकेटेड चीजों पर, तरीकों पर ध्यान देना शुरू कर सकतें है। इससे बाद में हमें नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। तो बेसिक नॉलेज सारा क्लियर होना चाहिये। फोकस कहाँ करना है यह आगे चलकर एक्सप्लेन करेंगे।
अच्छा, तो बेसिक जानकारी में डी-मॅट अकाउंट ओपन करना, स्टॉक मार्केट का एनालिसिस करना। कौन-कौन से शेअर्स में हम ट्रेडिंग कर सकतें है। यह समझ लेना होता है। इसमें ही जोड़ते हैं की चार्ट समज़ना। शेअर के कीमतों के उतार-चढ़ाव को देखना। तो यह बेसिक जानकारी हमें पूरी तरह से समझ में आना महत्वपूर्ण होता है। निचे हम जानकारी के अच्छे माध्यमों के बारें में भी जरूर बात करने वाले है।
अब जरा यह देखतें है की हम क्या करते है। हम पुरे स्टॉक मार्केट को समझ लेने की कोशिश करते है। जैसे की कौन-सा आईपीओ आ रहा है। उसकी क्या खासियतें हैं। बैंकों के शेअर्स में क्या चल रहा है। सीमेंट शेअर्स क्यों भाग रहे है या गिर रहे है। और फार्मा सेक्टर में क्या हो रहा है। बिच में ही कहीं हम गोल्ड पर नजर डालते है। जाहिर-सी बात है इससे हमारा ध्यान कहीं पर फोकस नहीं हो पायेगा। हर तरह की जानकारी ले-लेकर हमारा दिमाग थक जायेगा। और हमसे गलती होने की संभावना बढ़ जाएगी। नहीं समझे मेरी बात को?
तो आइये इसे और विस्तार से समज़ते है। स्टॉक मार्केट की जानकारी तो अनलिमिटेड हो सकती है। और हमारी समझ लेने की क्षमता मर्यादित है। तो ज्यादा-से -ज्यादा जानकारी हासिल करने से ज्यादा परिश्रम होकर हमें थकान होने लगती है।
इस थकान को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिये। क्योंकि इसके कारण हमें बड़े लॉस हो सकते है। तो आइये इस पर कुछ सोल्यूशन ढूंढने की कोशिश करते हैं।
स्टॉक मार्केट में फोकस कहाँ करना है ?
अच्छा, तो जैसे की ऊपर कहा था की हमें फोकस कहाँ करना चाहिये इस बारें में बात करेंगे।
स्टॉक मार्केट को शेअर बाजार कहा जाता है। बाजार है तो शोर-गुल होना तो तय है। बाजार में कई तरह की चीजें याने की शेअर्स बिकने के लिए लायी जाती है। और इनको खरीदने के लिए बायर्स भी आते है। हम अपने मोबाइल या कम्प्यूटर से इंटर-नेट के माध्यम से, इस बाजार की भीड़ में याने की स्टॉक मार्केट में प्रवेश करते है। अगर आप यहाँ तक पढ़ रहें है तो मतलब साफ़ है की, हममें कई समानताएँ है। यहाँ तक साथ रहने के लिए शुक्रिया। तो चलिये आगे बढ़ते हुए, हमें फोकस कहाँ करना है यह समज़ते हैं।
हमें, अपने लिये उपयोग में आने वाली जानकारी पर फोकस करना है। आसान हैं ? जी हाँ! बिल्कुल आसान है। बशर्ते हम यह जानते हो की हमारे लिये क्या उपयुक्त है और क्या नहीं। यहाँ देखेंगे की ट्रेडिंग और इन्व्हेस्टमेंट के लिये कौन-सी जानकारी महत्वपूर्ण होती है।
ट्रेडिंग के नजरिये से महत्वपूर्ण जानकारी
अगर हम ट्रेडिंग के नजरिये से देखना चाहेंगे तो करन्ट न्यूज़ और टेक्निकल एनालिसिस हमारे लिए उपयुक्त हो सकता है। और चार्ट्स को समज़ना होता है।
हमने ट्रेडिंग चुना है तो ट्रेडिंग के लिए एक सेक्टर को सिलेक्ट करेंगे। और उसमें से कुछ अच्छे व्होल्यूम वाले स्टॉक्स को ट्रॅक करेंगे। और एक बढ़िया ट्रेन्ड को फॉलो करते हुए स्टॉप लॉस लगाकर ट्रेडिंग करेंगे। सही हैं ?
इन्व्हेस्टमेंट के नजरिये से महत्वपूर्ण जानकारी
इन्व्हेस्टमेंट अलग-अलग सेक्टर की कम्पनीज में किया जाता है। इसलिए हमें उन सेक्टर्स को चुनना है। और उनके बारें में विस्तार से जानकारी हासिल करनी है। उनमें से जिन सेक्टर्स का फ्यूचर ब्राइट लगता है उनमें से अच्छी क्वालिटी की कम्पनीज को सिलेक्ट करना है। फिर उनको बिज़नेस न्यूज़ में ट्रैक करना है।
हमने जिन कम्पनीज को "निवेश" के लिये सिलेक्ट किया है उनमें थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाना शुरू करना है। यह दोन प्रकार से किया जाता है।
1 ) एव्हरेज बायिंग करके निवेश करना
इसमें हम अच्छे अवसरों को चुनते हुए शेअर्स को गिरावट में थोड़ी-थोड़ी क्वान्टिटी में बायिंग करके अच्छे प्राइस पर निवेश कर सकते है। ऐसा करने के लिए हमें जानकारी के मामलों में अप-टु- डेट रहना होता है।
2 ) SIP करके निवेश करना
बार अच्छे से स्टडी करके कम्पनीज को सिलेक्ट करने के बाद हम उनमें हर महीने तय समय पर तय क्वान्टिटी खरीद कर रेग्युलर बायिंग करते हुए निवेश कर सकते है। इससे भी हम एव्हरेज ही करते है। मगर यह करने के लिए स्टडी करते रहने की जरूरत नहीं होती। लेकिन हाँ, लम्बे समय में अपने इन्व्हेस्टमेंट पर नजर रखते हुए स्टडी करना महत्वपूर्ण होता है।
स्टॉक मार्केट के जानकारी के लिए फ़िल्टर
अच्छा तो दोस्तों, हमने स्टॉक मार्केट में अपने लिए ट्रेडिंग या इन्व्हेस्टमेंट करना चुना है। या दोनों में काम करना तय किया है। इससे महत्वपूर्ण जानकारी, जरुरी जानकारी, कम जरुरी जानकारी और इग्नोर करने जैसी बिना महत्व की जानकारी अलग-अलग होती है। और डिसिप्लिन्ड एक्टिव्हटी करना आसान हो जाता है। सही हैं ?
बात तो साफ़ है की ऐसा करने के लिये हमें स्टॉक मार्केट अच्छी समझ होना जरुरी है। FII हमारे स्टॉक मार्केट में क्यों आते हैं ? इसका कारण यही है की वो स्टॉक मार्केट के बारें में अच्छी समझ रखते है। तो आइये हम मिलकर यह कोशिश करते हैं की, इसे हमारे लिए आसान बनाएं।
महत्वपूर्ण जानकारी
अगर हमने ट्रेडिंग को करियर चुना है तो जिस सेक्टर में हम ट्रेडिंग करना चाहते है उससे रिलेटेड जो डेली अप-डेट्स आते है वह जानकारी हमारे लिये महत्वपूर्ण जानकारी होती है। ठीक हैं ? इसके साथ ही हमने ट्रेडिंग के लिये सिलेक्ट की हुई कंपनियों के बारे में न्यूज़ पढ़ना है। इससे हम जिन "कंपनियों को ट्रेडिंग के लिए ट्रॅक करतें है" उनमे अच्छे अवसरों का पता चलता है। इन अवसरों से हम अपने ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के अनुसार मुनाफा कमा सकते है।
जरुरी जानकारी
जरूरी जानकारी यह होती है कि, हमने जिन शेयर्स को ट्रेडिंग के लिए चुना है उनके चार्ट पर सपोर्ट, रेजिस्टेंस और ट्रेन्ड लाइन को देखना और बाकी "सारा टेक्निकल एनालिसिस करना है।" शेअर्स की कीमतों के लेवल देखना है। और चार्ट पर ट्रेडिंग की पूरी तैयारी करना है। इससे हम चार्ट के साथ ट्रेडिंग के लिए तैयार होते है।
कम जरुरी जानकारी
कम जरूरी जानकारी मैं ऐसी जानकारी शामिल होती है जिसपर हमें नजर रखनी होती है। जैसे की हमें जिन शेअर्स में ट्रेडिंग करनी है उनके फ्यूचर्स और ऑप्शन्स का डाटा देखना। निफ़्टी, सेन्सेक्स में क्या चल रहा है यह देखना। और इससे यह पता लगाना की ओव्हर-ऑल स्टॉक मार्केट में क्या चल रहा है। ठीक हैं ?
वैसे तो कई बार शेअर्स निफ़्टी, सेन्सेक्स को फॉलो करतें है। लेकिन कई बार तो दोस्तों, यह जानकारी उतना प्रभाव नहीं डालती। इसलिए इसे कम जरुरी जानकारी कहके फ़िल्टर किया जा सकता है। क्योंकि निफ़्टी में साइड-वेज या डाउन ट्रेन्ड होने के बावजूद अच्छे न्यूज़ वाले शेअर्स की कीमतों में बढ़त होती है। और इसके उल्टा भी होता है जैसे की, निफ़्टी में तेजी होने के बावजूद भी ख़राब न्यूज़ वाले शेअर्स में गिरावट होती है।
तो यह कम जरुरी जानकारी होती है। इसपर ज्यादा फोकस करने की जरूरत नहीं होती है।
बिना महत्व की जानकारी
बिना महत्व की जानकारी में, हम ऐसी जानकारी फिल्टर कर सकते है जो जानकारी हमारे ट्रेडिंग को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करती। जैसे की अगर हम बॅंकिंग सेक्टर में ट्रेडिंग कर रहे है। ऐसे में किसी आय टी कंपनी की कोई ब्रेकिंग न्यूज़ आती है। इस जानकारी को महत्व देने की जरूरत नहीं होती है।
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स्टॉक मार्केट की जानकारी के बारें हमने में यह जाना
हमने चाहे ट्रेडिंग करना चुना हो या इन्व्हेस्टमेंट। स्टॉक मार्केट में सीखने के लिए बहुत कुछ होता है। स्टॉक मार्केट की जानकारी का उपयोग करके, अपने लिये पैसा कमाना है तो सबसे ज्यादा जरुरी होता है की, हम उस जानकारी को समझें। उसके बाद उसमें से हमारे काम की जानकारी फ़िल्टर करके निकालें और उसपर अच्छे-से काम करें।
2 Comments
Sir, Is janakari se hamara confusion kafi kum huva hai hame aisi aur bhi janakarri provide karte rahe.
ReplyDeleteJi han, Ham aisi aur jaankari provide karte rahenge.
DeleteThank You, for your comment.