Ads Header

Stock Market B.T.S.T. कैसे करें ? और S.T.B.T. कैसे करें ?

 
दोस्तों, आज हम यहां पर मिलकर, "Stock Market B.T.S.T. कैसे करें ? और S.T.B.T. कैसे करें ?" यह जानेंगे। इसमें स्टॉक मार्केट बी.टी.एस.टी. क्या होता है ? बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग कैसे करें ? बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे सिलेक्ट करें ? और शेयर्स में बी.टी.एस.टी. कैसे करें ? फ्यूचर और ऑप्शंस में बी.टी.एस.टी. कैसे करें ? यह स्टॉक मार्केट बी.टी.एस.टी. के बारे में हिंदी में जानकारी लेंगे। 
            स्टॉक मार्केट एस.टी.बी.टी. क्या होता हैं ? एस.टी.बी.टी. कैसे करें ? यह स्टॉक मार्केट एस.टी.बी.टी. की हिंदी में जानकारी लेंगे। फ्यूचर्स और ऑप्शंस में एस.टी.बी.टी. ट्रेडिंग कैसे करें ? यह भी जानेंगे। तो आइए शुरू करते हैं। 
Stock Market BTST
Buy Today Sell Tomorrow in Hindi. .

            ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी याने की हम स्टॉक मार्केट में क्या करेंगे, कैसे करेंगे और कब करेंगे ? इसका "एक्शन प्लॅन" होता है। यहीं से हम Nifty Options Strategy को भी पढ़ सकते है। तो चलिए, आगे बढ़कर बी.टी.एस.टी. स्ट्रेटेजी को समज़ते हैं। 


                "Stock Market में ठीक से काम करना याने की अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को फॉलो करना होता है।" 

                स्टॉक मार्केट में क्विक याने की, कम समय में ज्यादा मुनाफा मिल सकता है। तो ऐसा लग सकता है की, हमें स्ट्रेटेजी की जरूरत ही नहीं है। लेकिन दोस्तों, स्टॉक मार्केट में, ट्रेडिंग की जरिये मुनाफा कमाते रहना है तो स्ट्रेटेजी बहुत आवश्यक है।

    बी.टी.एस.टी. कैसे करें ?     (How to do B.T.S.T.) 

    Stock Market B.T.S.T. Trading Strategy In Hindi.
    Stock Market B.T.S.T. Trading Strategy In Hindi.


                बी.टी.एस.टी. का अर्थ "Buy Today Sell Tomorrow" ऐसा निकलता है। बी.टी.एस.टी. याने की स्टॉक मार्केट में दो दिनों के लिए ट्रेडिंग करना होता है। मतलब "आज लेना है और कल बेचना है।" समज़ने में एकदम आसान। 

                इंट्रा-डे ट्रेडिंग में हम एक दिन के ट्रेडिंग सेशन में काम करते है। इसमें हम ट्रेड की "पोज़िशन को ओव्हर-नाईट कॅरी" करते है। अब यह साफ़ हो गया की, हम अपना सौदा उसी दिन ना काटते हुए उसे घर ले जाते हैं। ताकि दूसरे दिन के गैप अप ओपनिंग का फायदा उठा सके। ये हमारे काम की बात है क्योंकि इस तरीके से पैसा कमाया जा सकता है।


    कंपनी के शेअर्स ट्रेडिंग में बी.टी.एस.टी. के स्टेप्स 

    1 ) C.N.C. ऑर्डर टाइप के जरिये हमें शेअर को खरीदना है। 
    2 ) इस ऑर्डर से शेअर डी-मॅट अकाउंट में आते है। 
    3 ) नेक्स्ट डे याने की अगले दिन स्टॉक मार्केट खुलते ही "ओपनिंग गेन" का फायदा मिलता है। 
    4 ) C.N.C. ऑर्डर टाइप के जरिये अपने डिलीवरी शेअर को सेल करना है।
    5 ) उस दिन के ट्रेडिंग सेशन का पूरा फायदा उठाने के लिए स्टॉप लॉस को ट्रेल करते हुए पोज़िशन होल्ड कर सकते है। C.N.C. ऑर्डर टाइप से सेल करके "उस दिन में प्रॉफिट बुक कर सकते है।"

                अब हमें यह समझ में आ गया है की, किस प्रकार से हम शेअर्स में बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग कर सकते है। अब हमें निचे के स्टेप्स को आजमाना चाहिए। 

     

    फ्यूचर्स, ऑप्शन्स के ट्रेडिंग में बी.टी.एस.टी. के स्टेप्स

                दोस्तों, हमें मालूम है की हम चुनिंदा शेअर्स के साथ ही इंडेक्स के फ्यूचर्स और ऑप्शन्स में ट्रेडिंग कर सकते है। इन सेगमेन्ट्स में काम करते वक्त हमें उनके "तरल" होने पर ध्यान जरूर देना चाहिये।


    1 ) फ्यूचर्स, ऑप्शन्स ट्रेडिंग में हम M.I.S. ऑर्डर टाइप से बायिंग कर सकते है। यहाँ हमें C.N.C. टाइप का इस्तेमाल करना जरूरी नहीं होता। क्योंकि कॉन्ट्रैक्ट्स एक्सपायरी तक M.I.S. ऑर्डर टाइप से बायिंग करके रख सकते है। 
    2 ) इससे फ्यूचर्स, ऑप्शन्स जो भी हमने लिये है वह हमारे डी-मॅट अकाउंट में आयेंगे। 
    3 ) अगले दिन मार्केट शुरू होते ही, "हमें अपनी होल्डिंग सेल करनी है।" 
    4 ) हम M.I.S. आर्डर से ही सेल करेंगे।
    5 ) उस दिन अगर हम "सेफ लेवल" पर है तो पुरे सेशन का फायदा उठाने के लिए स्टॉप लॉस लगाकर पोजीशन होल्ड कर सकते है और उस  सेल करके अपना प्रॉफिट बुक कर सकते है।

    शेअर सिलेक्ट करना

    हमें बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग करने के लिए कंपनी के शेअर को चुनना होता है। इस प्रोसेस से हम शेअर सिलेक्ट करके उसका स्टडी करते है। 

    1 ) शेअर का स्वभाव

                कंपनी के शेअर में बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग करने के लिए हमें उस शेअर के चार्ट का स्वभाव, उसका चाल-चलन, उसके ओपन होने के तौर-तरीके बारीकी से मालूम करने होते है। 

                जी हाँ, दोस्तों, हर एक कंपनी के शेअर के ओपन होने की एक खास स्टाइल होती है। लेकिन ज्यादातर बार वह अपने सेक्टर या निफ़्टी, सेन्सेक्स को फॉलो या लीड करते है। इसके कारण यह स्टाइल मालूम करना मुश्किल होता है। इसे हम शेअर का नियमित वॉच करके समझ सकते है।

    2 ) निफ़्टी के साथ रिश्ता

                जिस दिन निफ़्टी ऊपर था उस दिन हमारे वॉच लिस्ट वाले शेअर में कितना उछाल आया था। और जिस दिन निफ़्टी निचे फिसला उस दिन उसमें कितनी गिरावट हुई थी। इस तरह से हमें उस शेअर का निफ़्टी के साथ किस तरह का रिश्ता है इस बारें में हम जान जायेंगे।

    3 ) अपने सेक्टोरिअल इंडेक्स के साथ रिश्ता

                हर एक कंपनी के शेअर का चार्ट अपने सेक्टर के इंडेक्स को जिसमें की वह खुद शामिल है,उसे रिस्पेक्ट करता ही है। जैसे की निफ़्टी बॅंक में शामिल बॅंक के चार्ट उसके साथ चलते है। हालाँकि कभी-कभी कुछ अपवाद हो सकते है।

    4 ) फंडामेंटली भरोसा

                कंपनी का फंडामेंटल जो कहानी बयाँ करते है, वही चार्ट में भी दिखना बेहद महत्वपूर्ण होता है। अगर कंपनी ने अच्छे रिजल्ट्स लाये है। कंपनी का "बॅलेन्स शीट" अच्छा है। इस तरह की जानकारी हम याहू फायनान्स पर जाकर कंपनी का नाम सर्च करके फायनांशियल में लें सकतें है।

                अच्छा तो रिजल्ट बढ़िया होने की बावजूद शेअर, सपोर्ट को तोड़ते निचे ही जा रहा है, तो इनसाइडर ट्रेडिंग ही माना जायेगा। है की नहीं? ऐसे शेअर को वॉच-लिस्ट से हटा देना ही अच्छा रहेगा। लेकिन हाँ, अगर उस दिन किसी और कारण से "Stock Market" गिर रहा हो तो कोई बात नहीं। सही है ?

    5 ) टेक्निकली भरोसा 

                वह शेअर चार्ट पर अपने "सपोर्ट, रेजिस्टन्स और ट्रेन्ड लाइन" को कितना रिस्पेक्ट करता है। अपने सपोर्ट लेवल को रिस्पेक्ट करने वाला शेअर बी.टी.एस.टी. करने के लिए अच्छा होता है। ठीक है ? क्या वह अपने सपोर्ट को तोड़कर निचे जाकर फिर ऊपर उछलता है। ऐसा है तो इसमें सपोर्ट के निचे "स्टॉप लॉस" लगाना और होल्ड करना मुश्किल हो सकता है। क्या वह अपने रेजिस्टन्स को तोड़कर ऊपर जाकर फिर निचे चला जाता है। ऐसा है तो इसमें "टार्गेट तय करना" मुश्किल हो सकता है। 

                अब बारी है ट्रेन्ड लाइन को रिस्पेक्ट करने की तो जिस शेअर के चार्ट पर भरोसेमंद ट्रेन्ड ही ना हो, उसे हम किस विश्वास से अपने घर पर रात के मुकाम के लिए लेकर जायेंगे। नहीं समझे मेरी बात? आइये इसे इस तरह समज़ते है। अच्छा ट्रेन्ड चल रहा हो तो ही हम शेअर को अगले दिन के "ओपनिंग गेन" के लिए खरीद लेंगे। 


    इंडेक्स सिलेक्ट करना

                अगर हम चाहते हैं कि, हमें इंडेक्स के लिए, इस स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करना है तो इस जानकारी के मदद से, हम इंडेक्स सिलेक्ट करके उसे समझ सकते है।

    1 ) इंडेक्स का स्वभाव

                स्टॉक मार्केट के इंडेक्स में बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग करना याने की फ्यूचर्स, ऑप्शन्स में काम करना होता है। ज्यादातर बार हम ऑप्शन्स में काम करना पसन्द करते है। कम कॅपिटल लगाकर हम इसमें काम कर सकते है। इंडेक्स का स्वभाव मतलब उसका चार्ट किस तरह से एक्ट और री-एक्ट करता है यह जानना। 

                इसलिए निफ़्टी और बैंक निफ़्टी को अपने वॉच-लिस्ट में लेकर उसके चार्ट का स्टडी करेंगे। 

    विशेष उपलब्धि

    हर दिन बैंक निफ़्टी के कॉल और पुट ऑप्शन ट्रेडिंग में सेकंड ओपिनियन कैसे लें ? इसमें "आज की संभावना इंडिकेटर" का जिक्र किया है। हमारा विश्वास है कि, इससे बैंक निफ्टी से पैसे कमाए जा सकते हैं।


    2इंडेक्स के अंदर शामिल शेयर्स के साथ रिश्ता

                इंडेक्स कोई भी हो वह अपने अंदर समाये शेअर्स से प्रभावित होता ही है। तो हमें इंडेक्स का सिलेक्शन करते वक्त यह ध्यान रखना है की वह कौन-कौनसे शेअर्स से ज्यादा प्रभावित होता है। उन शेअर्स का अच्छे-से स्टडी करना है।

    3 ) अपने मुख्य इंडेक्स के साथ रिश्ता

                हमने चुना हुआ इंडेक्स अगर सेक्टोरियल है तो हमें मुख्य इंडेक्स जैसे की निफ़्टी, सेंसेक्स की साथ उसका रिलेशन समझ लेना चाहिये।

    4 ) फंडामेंटली भरोसा

                इंडेक्स का "फंडामेंटल एनालिसिस" करना याने की ओव्हर-ऑल स्टॉक मार्केट का स्टडी करना। बिज़नेस की न्यूज़ पढ़ना। इकॉनॉमी का स्टडी करना। अच्छी-सी न्यूज़ के साथ चल रहे ट्रेन्ड कुछ दिन चलते रहते है। तो इस स्टडी से हम बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग आसानी से कर सकते है। 

                अब हमारे दिमाग में यह आ सकता है की बस दो दिन का ही सवाल है तो इतनी मेहनत क्यों। जवाब में है - एक रात के लिए सौदा (ट्रेड) लेकर जाने के लिए पक्का कॉन्फिडेंस चाहिए। तो पक्की समझ महत्वपूर्ण होती है। है ना?

    5 ) टेक्निकली भरोसा

                अब आते है टेक्निकल एनालिसिस पर। दोस्तों, ट्रेडिंग के बारें में बात करते वक्त हम घूम-घूम के फिर से इस टॉपिक पर आ ही जायेंगे। ट्रेडिंग किसी भी सेगमेंट में करें इस टॉपिक का महत्व हमेशा रहता है। 

                 इंडेक्स के चार्ट देखने है। उसपर टेक्निकल इंडीकेटर्स जो की हमें समझ में आतें है वह सेट करने है। सपोर्ट देखना है, रेजिस्टन्स देखना है। ट्रेन्ड का वॉच करना है। और ट्रेन्ड लाइन्स लगानी है। इन सबके आधार पर बायिंग करने का और दूसरे दिन सेल करने का प्राइस डिस्कवरी करना है।

      

    बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग करने का वक्त और स्थिति

    कंपनी के शेअर और इंडेक्स में इस प्रकार ट्रेडिंग करने के लिए परस्थितियों का सही आँकलन जरुरी होता है।

    1 ) स्टॉक मार्केट का दिन का कामकाज ख़त्म होने के बाद "कंपनी रिजल्ट्स" पेश करने जा रही है। और हमारे समझ के अनुसार बार कंपनी बढ़िया मुनाफा दर्ज करने जा रही है।
    2 ) कंपनी की तरफ से कोई "बड़ी अनाउंसमेंट" हुई है या फिर होने वाली है। यह नये प्रोडक्ट या एक्सपांशन का प्लॅन हो सकता है।
    3 ) "गवर्नमेंट" की तरफ से कोई अच्छे निर्णय होने के कारण तेजी बन रही है। इस कारण से शेअर्स बढ़ते जा रहे है।
    4 ) स्टॉक मार्केट के लिए अच्छी "इंटर-नॅशनल न्यूज़" आयी है। या फिर अगले दिन आने वाली है। जिससे पुरे स्टॉक मार्केट में तेजी का माहौल है।
    5 ) बुरी खबर के असर के बाद स्टॉक मार्केट ने तेजी पकड़ ली है। और टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार "बुलिश ट्रेन्ड" बन रहा है। 
    ऐसी स्थितियों में हम बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग करेंगे तो हमें मुनाफा मिलने के चान्सेस बढ़ते हैं।
     

    बी.टी.एस.टी. कंपनी के शेअर्स में

                अब हमें यह ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी समझ में आ गयी है। हमें इसे करने के स्टेप्स भी अच्छी तरह से पता है। और हम शेअर को सिलेक्ट करने का प्रोसेस भी जान गये है। और आगे बढ़कर हमने जाना की इस करने का सही वक्त कौन-सा हो सकता है। सही है? इन जानकारियों को एक उदाहरण लेकर समज़ते है की शेअर्स ट्रेडिंग में किस तरह यह स्ट्रेटेजी हमें मुनाफा कमाकर देती है।

    उदाहरण     (Example)

                AZ कंपनी अगले दिन अपने तिमाही रिजल्ट्स जारी करने जा रही है। "कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस" यह दिखा रहा है की कंपनी लगातार ग्रोथ हासिल कर रही है। इस बार भी अच्छे मुनाफे पेश किये जा सकते है। और कुछ नये प्रोडक्ट्स की अनाउन्समेंट होने की भी ख़बरें है। इस तरह की स्थिति बनी है।

                टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार शेअर के चार्ट पर "बुलिश ट्रेन्ड" बन रहा है। कंपनी का शेअर प्राइस Rs. 500 चल रहा है। कंपनी का शेअर प्राइस बढ़ रहा है। कीमतें "सपोर्ट लेवल" को अच्छा-खाँसा रिस्पेक्ट दे रहीं है। सपोर्ट लेवल Rs.490 पर है। चार्ट पर "रेजिस्टन्स लेवल" काफी ऊपर याने की Rs. 580 के आसपास है।

                साथ ही मुव्हिंग एव्हरेजेस के ऊपर आकर चार्ट अच्छा संकेत दे रहा है। अच्छा-खाँसा डिलिव्हरी व्होल्यूम आ रहा है। इससे साफ़ हो रहा है की यह तेजी कुछ दिनों के लिए चल सकती है। इससे शेअर Rs. 580 के रेजिस्टन्स लेवल को भी तोड़ सकता है। 

                 ऐसे में अगर आज इस शेअर को Rs. 500 पर खरीद लेंगे तो कल "Gap-Up Opening" हो सकती है। "प्री-ओपन सेशन" में ही हमें Rs. 520 से ज्यादा का टार्गेट मिल जायेगा।

                तो आज हमने Rs. 500 पर 100 शेअर्स C.N.C. ऑर्डर टाइप से लिये है। चार्ट के अनुसार सपोर्ट के निचे Rs. 488 का स्टॉप लॉस लगाया है। और हमारा कल के लिए टार्गेट रहेगा Rs. 520 का। आज के दिन की क्लोजिंग प्राइस है Rs. 510 के आसपास। अब हम कल के ओपनिंग का इन्तजार करेंगे।

                अगले दिन शेअर Rs. 515 पर खुला। और शुरुआत में ही तेजी बढ़ गयी। हमने Rs. 520 को अपना मुनाफा बुक किया। तो इस तरह से हमने एक शेअर पर Rs. 20 के हिसाब से Rs. 2000 बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग करके कमाये। 

     

    बी.टी.एस.टी. फ्यूचर्स और ऑप्शन्स में

                कंपनी शेअर्स के और इंडेक्स के फ्यूचर्स,ऑप्शन्स में काम करना हो तो हमें इन महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना चाहिए। 

    1 ) फ्यूचर्स और ऑप्शन्स में बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से पैसे कमाने के लिये हमें चाहिये "तरल" सौदा। याने की ऐसा ट्रेड जिसमें हलचल हो। मतलब "व्होल्यूम" हो। क्योंकि उसमें बायिंग करके नेक्स्ट डे सेल भी तो करना है।
    2 ) "Out Of The Money" वाला Options लेना भी अच्छा होता है। इसे दूसरे दिन ओपनिंग पर बेचना है।  तो "ओपनिंग एक्शन" का इसपर असर होकर इसकी कीमत बहोत ऊपर भी जा सकतीं है। इसी से ही हम बड़ा पैसा कमा सकतें है।
    3 ) "एक्सपायरी डेट" ध्यान में रखतें हुए ट्रेडिंग करना है। ऑप्शन्स बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग थर्सडे को बनाई जाये तो हमें रोल ओव्हर करना होता है। 
    4 ) फ्यूचर्स और ऑप्शन्स का कामकाज, ओपन इंटरेस्ट और व्होल्युम इन बातों का बारीकी से स्टडी करना है।        
    5 ) टेक्निकल एनालिसिस करना है। चार्ट का स्टडी करना है। यही तो "टार्गेट और स्टॉप लॉस" तय करने के लिए महत्वपूर्ण होता है। सही है ?
     

    बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग की खूबियाँ

    बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की खूबियाँ याने की खास बातें कुछ इस प्रकार से है।

    1 ) इस स्ट्रेटेजी में "दो दिन का वक्त" मिलता है।
    2 ) अगले दिन के ओपनिंग का फायदा उठा सकते है। "प्री-ओपन सेशन" में ही शेअर्स सेल करके स्टॉक मार्केट शुरू होने से पहले ही कमाई कर सकते है।
    3 ) F&O ट्रेड के लिए स्टॉक मार्केट खुलना जरूरी होता है। इस प्रकार के ट्रेड से पैसा डबल होने की संभावना होती है। सही है ? 
    4 ) इससे बुलिश ट्रेन्ड में "इंट्रा-डे ट्रेडिंग से भी ज्यादा फायदा" कमाया जा सकता है। 
    5 ) शेअर्स खरीद लेने के दो दिन बाद डी-मॅट अकाउंट में आते है। लेकिन दूसरे दिन में ही सेल कर देने से डेबिट ट्रांजेक्शन चार्ज नहीं लगते है।
     

    बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग की दिक्क्तें

    1 ) C.N.C. ऑर्डर होने के कारण ज्यादातर ब्रोकर्स "लिव्हरेज नहीं देतें है।" 
    2 ) शेअर्स डी-मॅट में ना होते हुए सेल करने से "शॉर्ट सेल वाली दिक्क्त" आ सकती है। इस प्रोसेस में 20% तक लॉस हो सकता है।
    ) इंट्रा-डे में प्रॉफिट हो रहे ट्रेड को कल के लिए लेकर गये और अगले दिन "Gap-Down" ओपनिंग हुई तो। हाँ! ये तो दिक्क्त ही हुई ना! 
     

    एस.टी.बी.टी. कैसे करें ?     (How to do S.T.B.T.)

    Stock Market S.T.B.T. Trading Strategy In Hindi.
    Stock Market S.T.B.T. Trading Strategy In Hindi.


                एस.टी.बी.टी. का अर्थ Sell Today Buy Tomorrow ऐसा है। एस.टी.बी.टी. ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी में हमें शेअर को "आज बेचना है और कल खरीदना है।" यह भी बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग की तरह होता है। फर्क बस इतना है की इसमें आज ज्यादा कीमत पर बेचना है। और कल कीमत गिरने पर खरीद लेना है। 

                हमारे टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के अनुसार जब हमें लगता है की, शेअर की या इंडेक्स की कीमत आज और कल भी गिरेंगी। तो हम यह स्ट्रेटेजी अपनाकर मुनाफा कमा सकते है। 


    एस.टी.बी.टी. कंपनी शेअर्स ट्रेडिंग में

                कंपनी के शेअर में एस.टी.बी.टी. ट्रेडिंग नहीं होता है। कंपनी के फ्यूचर्स और ऑप्शन्स में हम यह कर सकतें है। 

                एस.टी.बी.टी. ट्रेडिंग के लिए कंपनी के शेअर को या इंडेक्स को चुनने की प्रक्रिया काम करने के स्टेप्स और स्टडी वही होता है। यहाँ पर "बियरीश ट्रेन्ड" के अनुसार मुनाफा कमाना होता है।  


    एस.टी.बी.टी. फ्यूचर्स और ऑप्शन्स में

                एस.टी.बी.टी. ट्रेडिंग फ्यूचर्स और ऑप्शन्स में किया जाता है। इसके लिए गिरावट के ट्रेंड में कॉल ऑप्शन्स को या फ्यूचर्स को सेल करना होता है। दूसरे दिन स्टॉक मार्केट निचे खुलेगा तो कॉल ऑप्शन्स की कीमत गिर जायेगी। और हमें मुनाफा मिलेगा। 

                तेजी के ट्रेंड में पुट ऑप्शन सेल करना होता है। दूसरे दिन स्टॉक मार्केट ऊपर खुलेगा तो पुट ऑप्शन्स की कीमत गिर जायेगी। और हमें मुनाफा मिलेगा। 


    एस.टी.बी.टी. ट्रेडिंग की खूबियाँ

    1 ) इस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के अनुसार हम शेअर के और इंडेक्स के फ्यूचर्स सेल कर सकते है। यह सौदा दो दिनों के ट्रेन्ड का फायदा लेने के लिये किया जाता है।

    2 ) अगले दिन स्टॉक मार्केट खुलते ही हम मुनाफा बुक कर सकते है। या फिर निचे के ट्रेन्ड के साथ बने रहकर दिन में दिन-भर में अच्छा-खाँसा मुनाफा बना सकते है। 
    3 ) इससे बियरीश स्टॉक मार्केट में इंट्रा-डे के मुनाफे से ज्यादा मुनाफा हमें मिलता है। क्योंकि अगले दिन स्टॉक मार्केट गिरकर ओपन हुआ तो वहां से आगे के लिए, सेल वाला ट्रेड लेना रिस्की होता है। है ना ?

    एस.टी.बी.टी. ट्रेडिंग की दिक्क्तें

    1 ) इसमें "ज्यादा कॅपिटल लगाना होता है।" यह तो हम सभी की दिक्क्त होती है।

    2 ) अगले दिन "Gap-Up" ओपन हुआ तो? ऐसे में 50% तक लॉस हो सकता है। और हम स्टॉक मार्केट % गेम में आसानी से फँस सकतें है।
    3 ) अगर कोई शेअर गिर रहा है तो उसके फ्यूचर्स को शॉर्ट करेंगे ऐसा नहीं होता। वह शेअर F&O में शामिल होना भी जरूरी होता है।

    विशेष जानकारी 

    स्टॉक मार्केट में Out Of The Money ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें ?

    स्टॉक मार्केट फियर अँड ग्रीड को कैसे कंट्रोल करें ?

    स्टॉक मार्केट में अपना बेस्ट पोर्टफोलिओ कैसे बनाएं ?

    स्टॉक मार्केट में कितना पैसा लगाना चाहिए ?

    पोज़िशनल ट्रेडिंग करने का बेस्ट तरीका क्या हैं ?


    B.T.S.T. और S.T.B.T. के बारें में हमने यह जाना  

                दोस्तों, आज हमने मिलकर Stock Market B.T.S.T. कैसे करें ? और S.T.B.T. कैसे करें ? यह जानने की कोशिश की है। इस जानकारी से हमें, स्टॉक मार्केट में काम करने के लिए एक नयी स्ट्रेटेजी मिल गयी है। स्टॉक मार्केट में बुलिश ट्रेंड में इंट्राडे से ज्यादा समय देकर बढ़िया लाभ कमाने के लिए स्टॉक मार्केट में बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग करना उपयुक्त होता है।


    B.T.S.T. और S.T.B.T. के FAQ 

    1 ) मैं नया ट्रेडर हूँ तो क्या मैं बी.टी.एस.टी. कर सकता हूँ?

    हाँ। आप अच्छे से समझ कर बी.टी.एस.टी. ट्रेडिंग कर सकतें है।

    2 ) क्या बी.टी.एस.टी. के लिए कोई खास ऑर्डर टाइप सिलेक्ट करनी पड़ती है?

    आप रेग्युलर सी.एन.सी. ऑर्डर टाइप के जरिये यह कर सकतें है।

    3 ) क्या इंट्राडे ट्रेड को बी.टी.एस.टी. के लिये ले जा सकतें है?

    आपको इंट्राडे में प्रॉफिट हो रहा है तो अपने कॅपिटल के हिसाब से पोजीशन को सीएनसी में कन्व्हर्ट करके ऐसा कर सकते है। लॉस वाले ट्रेड को बी.टी.एस.टी. के लिये ले जाना रिस्की हो सकता है।

    4 ) क्या एस.टी.बी.टी. ट्रेडिंग महत्वपूर्ण होता है?

    नहीं। ऐसा नहीं है की हम सारे तरिके आजमाए। अपनी सहूलियत के अनुसार ट्रेडिंग करना अच्छा होता है।

    5 ) क्या हम शेअर्स में एस.टी.बी.टी. कर सकतें है?

    नहीं। शेअर्स के फ्यूचर्स में एस.टी.बी.टी. ट्रेडिंग कर सकतें है। इसके लिए ज्यादा मार्जिन मनी रखना आवश्यक होता है।


    Post a Comment

    0 Comments