दोस्तों, आज हम यहां पर मिलकर, "स्टॉक मार्केट में Loss क्यों होता है ? Stock Market में % Game का सच क्या है ?" यह जानेंगे। इसमें, स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट में लॉस क्यों होता है ? स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में लॉस क्यों होता है ? इसे डीपली समझेंगे और इनके सोलूशंस को भी जानेंगे।
![]() |
Stock Market percentage calculation trap in Hindi. |
दोस्तों मैं चाहता हुँ, की पहले तो हम कहीं पर शांति से बैठे और रिलॅक्स होकर अपना पूरा ध्यान समेट कर यह समझना शुरू करें की, स्टॉक मार्केट में हमें लॉस होता है तो ज्यादातर बार हम अपने "Loss को Cover" क्यों नहीं कर पाते हैं ? जब कि, ऐसा करने के लिए हम पूरा प्रयास करते हैं।
दोस्तों हम चाहे ट्रेडिंग करे या इन्वेस्टमेंट या फिर दोनो में अपना हात आजमाएँ। हम पायेंगे की एक या दो बार लॉस होते ही हम कई तरह की मुश्किलों में पड़ते है। उनसे उबरने के लिए काफी सारा वक्त, पैसा और दिमाग लगाना पड़ता है।
और तो और काफी सारे अच्छे अवसरों को खोकर भी हम कीमत चुकाते है। तब कहीं जाकर Loss को Cover कर पाते है।
Stock Market : आकड़ों का खेल
आप जैसे गुणी लोग इस बात को आसानी से समझ सकते है कि, Stock Market यह आकड़ों का खेल है। है ना ? हम हमेशा कीमतें और कीमतों में बढ़त और गिरावट आंकड़ों में देखते है। और यह भी की "बढ़त और गिरावट परसेंटेज (%) में" भी दिखाई जाती है।
शेअर का भाव आंकड़ों में कितना चढ़ा या गिरा यह देखकर हमें लगता है की, हमें यह समझता है। हम परसेंटेज में भी देखते हैं और हमें लगता है कि, हमें यह समझता है। हमें ऐसा लगता रहता है पर क्या सच में हमें समझता है ?
जाहिर-सी बात है कि, हमारा पोर्टफोलिओ और ट्रेडिंग रेकॉर्ड कुछ अलग ही कहानी बयाँ करते दिखाई देते है। और ये तो हम सभी के लिए लागू होता है।
दोस्तों, आपने यहां तक पढ़ा है तो यह बात बिलकुल साफ़ है कि, आप भी मेरी तरह इस समस्या को महसूस करते है। साथ रहने के लिए शुक्रिया। अब आगे बढ़कर इस समस्या को समज़ना शुरू करते है। और बाद में "इसका हल भी ढूंढेंगे।"
Stock Market में % Game - इन्वेस्टमेंट में
![]() |
Stock Market Investment Loss In Hindi. |
Stock Market शुरू होते ही कीमतों में "+, -, और %" होना शुरू हो जाता है। कोई शेअर चढ़ता है, तो हम देखते हैं कि, कितना चढ़ा है। और कितना % चढ़ा है। कोई शेअर गिरता है। तो हम देखते हैं कि, कितना गिरा है। और कितना % गिरा है। इसे हम उदाहरण से समज़ते है।
उदाहरण (1)
"X" कंपनी के शेअर का भाव Rs. 200 था। वह Rs. 210 का हो गया। याने की Rs. 10 चढ़ा। और % में 5 % चढ़ा।
उदाहरण (2)
"X" कंपनी के शेअर का भाव Rs. 200 था। वह Rs.190 का हो गया। याने की Rs. 10 गिरा। और % में 5 % गिरा।
यहां तक सब सामान्य ही लगता है। लेकिन अपना बेस्ट पोर्टफोलियो बनाने के लिए हमें इसे डिटेल में समज़ना चाहिए। तो आइए इस शेअर को Stock Market से "उठाकर याने की buy करके" पोर्टफोलियो में डालकर दोनों परस्थितियों का मुआइना करतें है।
पोर्ट-फोलियो पर असर
उदाहरण (1)
"X" कंपनी के शेअर का भाव Rs. 200 था। वह Rs. 220 का हो गया। याने की Rs. 20 चढ़ा। और % में 10 % चढ़ा। अच्छा है, हमें Profit हो रहा है। हम इस पोजीशन को होल्ड करेंगे।
उदाहरण (2)
"X" कंपनी के शेअर का भाव Rs. 200 था। वह Rs.180 का हो गया। याने की Rs. 20 गिरा। और % में 10 % गिरा।
कोई बात नहीं शेअर तो डी-मॅट में पड़ा है। हम अभी नहीं बेचेंगे। भाव बढ़ने पर बेचने की सोचेंगे। "यह तो लॉन्ग टर्म के लिए लिया है।" तो अब प्राइस है Rs.180, इसे Rs. 200 का होने के लिये Rs.20 ही तो बढ़ने होंगे। है ना ? मगर % में इसे Rs. 200 का होने के लिये 11% बढ़ना होगा।
दोस्तों यही है, "Stock Market में % Game का सच।" 10% की "गिरावट (Loss ) को Cover" करने के लिए भाव को 11% बढ़ना होता है।
"इसी कारण से हमें स्टॉक मार्केट निवेश में लॉस होता है।" और उसे कव्हर करने के लिये ज्यादा वक्त इन्तजार करना पड़ सकता है। और पोजीशन अटकी रहने के कारण हम दूसरें अवसरों को भी खोते है।
सोल्युशन - इन्वेस्टमेंट में
इस उदाहरण में हमारे पास कौन-कौनसे सोल्युशन होंगे, यह देखते है। "यहां हम सिर्फ ऐसी स्थिति की बात कर रहे है, जिसमें शेअर की कीमत, खरीदी कीमत और स्टॉप लॉस कीमत के बिच में काफी दिनों से अटकी है।"
1) अगर इसमें हमारा स्टॉप लॉस है Rs. 160 का। जो की अभी तक हिट नहीं हुआ है, तो हम होल्ड कर सकते है। इसमें वक्त कितना देना पड़ेगा ये कोई कह नहीं सकता। "यह % Game है।" तो लॉस वाली पोजीशन कई दिनों तक होल्ड करने से भावनात्मक इफेक्ट हो सकता है। चाहे हम अपने आपको कितना भी प्रोफेशनल माने, मैंने ठीक कहा ना ?
ऐसा करने के लिए "प्रोफेशनल सलाह" लेनी चाहिये। या खुद ही इन्व्हेस्टिंग इंडिया पर कंपनी को सर्च करके सेंटीमेंट वाला मीटर देख कर ऐसा डिसीजन ले सकते है। तो, चलती का नाम गाडी। जो बंद पड़ी है उससे हम उतरेंगे और (उससे भी बेटर याने कि) चलती में चढ़ जाएंगे ताकि मंझिल याने की मुनाफा पा सकें।
इन्वेस्टमेंट करने के लिये हमने "फंडामेंटल स्टडी" किया होता है। यह लम्बे समय के लिए की जाती है। न्यूज़ के प्रभाव, स्थिति में बदलाव होना या ना होना ऐसे कई कारणों से "Stock Market Investment" प्रभावित होतीं है। तो सारी बातों का ध्यान रखते हुए निर्णय लेना होता है।
Stock Market में % Game - ट्रेडिंग में।
![]() |
Stock Market Trading Loss In Hindi. |
अच्छा, अब देखते है ट्रेडिंग में इसका असर किस तरह होता है। आसानी से समज़ने के लिए हम ट्रेडिंग अकाउंट में Rs.50,000 लेते है। यहां हम "मार्जिन" को नहीं गिनेंगे। इसमें हम "एवरेज" नहीं करेंगे। यह एक सीधा ट्रेड उदाहरण के लिए लिया है। एक बार में एक काम करते है। ताकि सुलझा हुआ महसूस कर सकें। हम एक -एक नोक पकड़कर गुत्थी सुलझाने की कोशिश करेंगे।
उदाहरण
हमने सुबह एक ट्रेड लिया। "X" कंपनी के शेअर का भाव Rs.500 है। हमने "X" कंपनी के 100 शेअर्स खरीद लिये।
500 × 100 = 50,000
हमने Target तय किया Rs. 520 का, याने की 4% का और Stop Loss तय किया Rs.492 का याने कि, 2% के आसपास का। यहां पर हम पहले यह देखेंगे की इसमें लॉस होने पर क्या होता है ? अब कीमत Rs.495 के स्तर पर खेल रही है।
हम इन्तजार कर रहे है। और हम कर भी क्या सकते है ? हमें लॉस हुआ दिख रहा है। हर शेअर पर Rs.5 का याने कि, टोटल Rs.500 का।परसेंटेज में 1% का। तो "यहां हमारा स्टॉप लॉस ट्रिगर नहीं हुआ।"
अब कीमत Rs.495 को छुकर फिर से Rs.500 हो गई तो हमारा लगाया कॅपिटल वापस आ सकेगा। तो "हमारी स्ट्रेटेजी के अनुसार," वो कुछ भी हो सकती है, उसका पूरा सम्मान करते हुए, हमने संयम रखा।
परसेंटेज में दिख रहा 1% का लॉस कव्हर होने के लिए कीमत को वहां से 1.01% बढ़ना होगा। ये "ट्रेडिंग में % Game है।" इसी कारण से हमें स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में लॉस होता है। लगता तो यही है, की ये तो थोडासा ही फर्क है। लेकिन हमें ऐसी चीजों से ही तो बचना होता है। तभी तो हम अपने आपको सुलझा हुआ, "Full Time Trader" कहलायेंगे। नहीं समझे मेरी बात ?
आइये इसे, इस तरह से समजते हैं। अब अगर कीमत Rs. 495 से Rs. 500 हुई तो भी, हमने क्या कमाया? और जाहिर है, कमाना ही तो हमारे लिये मायने रखता है। हैं ना ?
सोल्युशन - ट्रेडिंग में
विशेष उपलब्धि
5 ) हम अपनी पोजीशन इंट्रा-डे से "मॉडिफाय करके डिलीवरी" ले सकते है। यह तो एक उपलब्ध रास्ता है। इस पर चलने की सलाह कोई देगा तो नहीं! है ना ?
अच्छा! तो जाहिर-सी बात है, ऐसा करने से हमारा ट्रेड, "इंट्रा-डे से B.T.S.T." में बदल जाएगा। इसके अपने अलग ही मायने होतें है। B.T.S.T. ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को पूरी तरह समझ कर हम ऐसा करने के बारें में सोच सकते है।
People Also Like
निफ़्टी ऑप्शन्स बायिंग स्ट्रेटेजी इन हिंदी।
Stock Market B.T.S.T. कैसे करें ? और S.T.B.T. कैसे करें ?
स्टॉक मार्केट में Out Of The Money ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें ?
स्टॉक मार्केट फियर अँड ग्रीड को कैसे कंट्रोल करें ?
हमने यह जाना
हमने यह जाना कि, "हमें स्टॉक मार्केट में लॉस क्यों होता है ? Stock Market में % Game का सच क्या है ?" स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट में लॉस क्यों होता है ? स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में लॉस क्यों होता है ? यह जाना। और इनके सोलूशंस को भी समझा।
"स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग" में कई ऐसी बातें होती हैं, कई ऐसे तरीकें भी होते हैं जिन्हे करना आम तौर पर गलत माना जाता है। जैसे की इंट्रा डे की पोजीशन को BTST के लिए रख लेना। हम सीखते है! - कहीं से भी, वो जो सिखातें है वह तो कॉमन मान्यता होती है। लेकिन क्या "Stock Market की दुनियादारी" में कॉमन मान्यता काम आती हैं ? स्टॉक मार्केट तो हर दिन नया होता है! तो जितना सीखें, जानें और समझें उतना अच्छा होता है।
Stock Market Loss FAQ's
1 ) स्टॉक मार्केट निवेश में लॉस क्यों होता है ?
फंडामेंटल एनालिसिस के अधूरी जानकारी के आधार पर किए गए निवेश के कारण स्टॉक मार्केट निवेश में लॉस होता है।
2 ) स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में लॉस क्यों होता है ?
स्टॉक मार्केट के टेक्निकल एनालिसिस के अधूरी जानकारी के आधार पर किए गए ट्रेडिंग के कारण स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में लॉस होता है।
3 ) स्टॉक मार्केट में लॉस को कम करने का आसान तरीका कौन-सा है ?
स्टॉक मार्केट में काम करते वक्त स्टॉपलॉस लगाना चाहिए। यह लॉस को कम करने का आसान तरीका है।
4 ) लंबी अवधि के निवेश का लॉस कम करने के लिए क्या करना चाहिए ?
लंबी अवधि के निवेश का लॉस कम करने के लिए जो शेयर्स लॉस में है उन्हें बेच देना चाहिए। उनमें नीचे की प्राइस पर एवरेज बायिंग करने से बचना चाहिए।
5 ) इंट्राडे ट्रेडिंग में लॉस कम करने के लिए क्या करना चाहिए ?
इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त, ओवर ट्रेडिंग से बचना चाहिए। दूसरों के द्वारा दिए गए टिप्स पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए और हर एक ट्रेड के लिए स्टॉपलॉस जरूर लगाना चाहिए।
4 Comments
Nice information 👍
ReplyDeleteThank You, We always Wel Come You on taralmoney.
DeleteHi sir
ReplyDeleteYah artical padhkar muze apana anubhav yaad aaya. Pahle kahi par bhi yah knowledge nahi mila tha. Thank You very much
Wow, Aapka bahut-bahut shukriya Sir. Apne anubhav ko hamare saath Relate hota hua mahsus karke hamen bhi badhiya mahsus karaayaa hai. Hamen aasha hai ki aapko Solution bhi achche lage honge. Thank You very much.
Delete